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पाक की नापाक हरकत से घाटी में दहशत, लाखों कश्मीरी घर छोड़ने को मजबूर

पाकिस्तान की गोलाबारी से जम्मू संभाग के कठुआ, सांबा व जम्मू जिले दहल गए हैं।

By Arti YadavEdited By: Published: Wed, 23 May 2018 07:40 AM (IST)Updated: Wed, 23 May 2018 02:06 PM (IST)
पाक की नापाक हरकत से घाटी में दहशत, लाखों कश्मीरी घर छोड़ने को मजबूर
पाक की नापाक हरकत से घाटी में दहशत, लाखों कश्मीरी घर छोड़ने को मजबूर

जम्मू (राज्य ब्यूरो)। जम्मू संभाग में अंतराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान की लगातार हो रही भारी गोलाबारी में बुधवार को 5 लोगों की माैत हो गई। वहीं तीन सीमा प्रहरियों समेत 11 लोग घायल हैं। पंजाब के पठानकोट से सटे कठुआ से लेकर जम्मू जिले के अखनूर तक करीब दो सौ किलोमीटर लंबी आईबी पर तीन दर्जन से अधिक भारतीय चौकियों आैर रिहायशी इलाकों पर भारी गोलाबारी जारी है।

मंगलवार को भारी गोलाबारी में सांबा जिले में दो, जम्मू जिले के आरएसपुरा में दो व कठुआ जिले के हीरानगर में एक व्यक्ति की मौत हो गई। सीमा पर 14 मई से पाकिस्तान की ओर से की जा रही तेज गोलाबारी में अब तक दो बीएसएफ जवानों समेत 12 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 54 लोग घायल हुए हैं।

सांबा के बैन ग्लाड़ इलाके में सुबह पाकिस्तान की ओर से दागे गए गोलों में आठ वर्षीय बच्ची कृष्ण पुत्री विजय कुमार व 37 वर्षीय शामो देवी पत्नी गोरखा की मौत हो गई। क्षेत्र में घायल हुए लोगों की पहचान पूजा देवी, चंपा देवी, शिवराज, परी व शिवम के रूप में हुई है। सांबा के रामगढ़ के बल्लड़ पोस्ट पर मोर्टार फटने से सीमा सुरक्षा बल के तीन जवान भी घायल हुए हैं।

वहीं कठुआ जिले के हीरानगर के लोंडी गांव में गोलाबारी में पाकिस्तान की ओर से दागे गए 82 एमएम मोर्टार के गोलों की चपेट में आकर रामपाल शर्मा पुत्र तिल्लो राम शर्मा व तीन लोग घायल हो गए। घायलों में राम पाल की पत्नी सुदेश भी घायल हैं।
 

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सुबह से शुरू हो गई गोलीबारी
सुबह नाै बजे के करीब मोर्टार का गोला जम्मू जिले के आरएसपुरा के शामका गांव के एक घर पर गिरने से पज्जू पुत्र करम चंद की मौके पर ही मौत हो गई जबकि गंभीर हालत में मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती करवाए गए आरएसपुरा के पचास वर्षीय रधुवीर सिंह पुत्र धर्म सिंह की भी मौत हो गई। 

वहीं जिले अरनिया में गोलाबारी में रवि कुमार पुत्र पूर्ण चंद घायल हो गया। जम्मू संभाग के विभिन्न हिस्सों में गंभीर रूप से घायल नौ लोगाें को जम्मू के मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती करवाया जा रहा है। पाकिस्तानी गोलाबारी से प्रभावित अरनिया के निवासियों ने सुहागपुर गांव में प्रदर्शन कर पाकिस्तान का झंडा जलाया। 



सीमा पर लगातार हो रही गोलाबारी से भारी दहशत के माहौल के बीच लोगों का पलायन जारी है। जम्मू संभाग के कठुआ, सांबा, जम्मू जिलों में अब तक सवा लाख से अधिक लोग घरों से पलायन कर चुके हैं। गोलाबारी से दर्जनों माल मवेशी मारे गए हैं व सीमा सुरक्षा बल की मुंहतोड़ जबाबी कार्रवाई में सीमा पार भी भारी नुकसान हुआ है। 

बीएसएफ की जवाबी कार्रवाई
वहीं, बीएसएफ की जवाबी कार्रवाई में मंगलवार को पाकिस्तान के चार रेंजर्स के गंभीर रूप से घायल होने की सूचना है। बीएसएफ ने जम्मू के अरनिया व सांबा के रामगढ़ में सटीक कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान की तीन चौकियों को भी तबाह कर दिया। गोलाबारी के दौरान पाकिस्तान के सियालकोट सेक्टर में चार रेंजर्स को एंबुलेंस में ले जाते देखा गया है।

रुक-रुक कर गोलीबारी कर रहा पाकिस्तान
रविवार को दिन में शांति की अपील करने के बाद से पाकिस्तान रुक-रुक कर गोलाबारी कर रहा है। सोमवार रात नौ बजे फिर सांबा के रामगढ़ व जम्मू के अरनिया में गोलाबारी शुरू कर दी। रात ग्यारह बजे के बाद पाकिस्तान ने कठुआ जिले के हीरानगर व जम्मू जिले के आरएसपुरा की दो दर्जन से अधिक चौकियों व सवा सौ गांवों को निशाना बनाकर गोले दागने शुरू कर दिए।

मंगलवार सुबह 11 बजे हीरानगर के पानसर में पाकिस्तान की गोलाबारी का जवाब दे रहे बीएसएफ की 97वीं बटालियन के जवान चौहान सिंह घायल हो गए। शाम साढ़े बजे पाकिस्तान ने फिर गोले दागने शुरू कर दिए। इसमें कैसों मन्हासा में एक गोला राजकुमार के घर पर गिरा, जिसमें उसकी पत्नी विमला देवी व दो बच्चे धीरज (10) व अमनदीप (14) घायल हो गए। इसके अलावा सात अन्य लोग जख्मी हो गए हैं।

बीएसएफ के दो जवान सहित अब तक सात लोगों की मौत
सीमा पर 14 मई से पाकिस्तान की ओर से की जा रही गोलाबारी में अब तक बीएसएफ के दो जवान सहित सात लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 41 लोग घायल हुए हैं। बीएसएफ की कड़ी जवाबी कार्रवाई में सीमा पार भी भारी नुकसान हुआ है। अब तक पाकिस्तान के एक रेंजर समेत सात लोगों के मारे जाने की सूचना है।

बिश्नाह व आरएसपुरा में राहत शिविर
जम्मू के अतरिक्त जिलाधीश अरुण मन्हास ने बताया कि गोलाबारी से घरों व मवेशियों को हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है। सीमांत वासियों के लिए बिश्नाह व आरएसपुरा में राहत शिविर बनाए गए हैं। शिविरों में शरण लेने वाले परिवारों को हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। 


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