पाकिस्तान की नापाक हरकत, इधर शांति की दुहाई; उधर सीमा पर दागे मोर्टार
पाकिस्तान की ओर से सीमा पर गोलीबारी जारी। अरनिया सेक्टर में पाकिस्तान ने थाने पर मोर्टार दागा, जिसमें एक पुलिसकर्मी घायल हो गया है।
जम्मू (ब्यूरो)। पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। एक तरफ तो वो भारत की जवाबी कार्रवाई से डरकर शांति स्थापित करने की गुहार लगा रहा है, तो दूसरी तरफ वो लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है। बीती रात से लगातार वो रुक-रुक कर अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गोलीबारी कर रहा है। अर्निया और आरएस पुरा सेक्टर में पाकिस्तान की गोलीबारी के चलते सीमा से सटे स्कूलों को भी बंद करने का आदेश जारी कर दिया गया है।
एक जवान समेत 6 लोग घायल
धोखा देने में माहिर पाकिस्तान ने रविवार को दिन में सीमा पर शांति की गुहार लगाने के थोड़ी देर बाद रात को गोले दागना शुरू कर अपनी औकात दिखा दी। जम्मू के अरनिया में पाकिस्तान की ओर से सोमवार सुबह की गई भारी गोलाबारी में एक पुलिसकर्मी समेत छह लोग घायल हो गए।
जानकारी के मुताबिक यहां एक थाने पर मोर्टार दागे गए, जिसमें एसपी समेत तमाम पुलिसकर्मी बाल-बाल बचे। जबकि एक पुलिसकर्मी को चोट आई है। साथ ही थाने के कई वाहनों को नुकसान पहुंचा है। पाकिस्तान की ओर से सीमा पर अरनिया सेक्टर में गोलीबारी अभी भी जारी है। गोलीबारी को देखते हुए बीएसएफ और पुलिस ने सीमा से सटे गांव के लोगों से अपने घर से बाहर ना निकलने को कहा है।
सुबह दस बजे के करीब पाकिस्तान की ओर से दागे गए दो मोर्टार अरनिया में पुलिस थाने पर गिरे, जिससे एसपीआे गुरचरण सिंह घायल हो गए। वहीं, घायल नागरिकों की पहचान बिश्नाह के पिंडी गांव के युवक यशपाल, दर्शना देवी, मोहेन्द्र कुमार हुई है जबकि अन्य घायलों की पहचान अभी नहीं हुई है। पाकिस्तान ने करीब एक घंटे में अरनिया, पिंडी चाढ़कां में दो दर्जन से अधिक मोर्टार दागे। इनमें से कुछ अरनिया के अस्पताल के पास भी गिरे। पाकिस्तान की ओर से गोले दागने का सिलसिला जारी है।
दोहरा पाकिस्तान, फिर तोड़ा सीजफायर
बीएसएफ की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान का एक रेंजर मारा गया था, जिसके बाद पाकिस्तानी ने ये कार्रवाई रोकने की अपील की थी। लेकिन हमेशा की तरह इस बार भी पाकिस्तान का दोहरा चरित्र देखने को मिला। रामगढ़ सेक्टर के नयनपुरा में रात करीब साढ़े 10 बजे से पाकिस्तान की ओर से छोटे हथियारों और फिर मोर्टार से बीएसएफ की चौकियों को निशाना बनाते हुए गोलीबारी की गई। सुबह अर्निया और आरएसपुरा सेक्टर में भी पाकिस्तान की ओर से सीजफायर का उल्लंघन किया गया। बच्चों की सुरक्षा के चलते अर्निया सेक्टर के पांच किलोमीटर तक दायरे के सभी स्कूलों को बंद करने के आदेश जारी किए गए हैं। जम्मू के डीएम ने एहतियातन ये फैसला लिया है।
BSF की जवाबी कार्रवाई
अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान की गोलाबारी के बाद भारत की ओर से कड़ा जवाब मिलने पर पाकिस्तानी रेंजर्स सहम गए। जिसका नतीजा यह निकला कि उसने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के अधिकारियों से अंतरराष्ट्रीय सीमा पर शांति स्थापित करने के लिए गुहार लगाई। लेकिन 24 घंटे के अंदर दोबारा पाकिस्तान ने सीमा पर गोलीबारी शुरू कर दी। ऐसे में एक बार फिर साफ हो गया है कि पाकिस्तान पर भरोसा नहीं किया जा सकता है।
बता दें कि 19 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे से पहले शुक्रवार को पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भारतीय चौकियों को निशाना बनाया था। इसमें बीएसएफ का एक जवान शहीद हो गया था और चार नागरिकों की मौत हो गई थी। बीएसएफ ने इसका कड़ा जवाब दिया और पाकिस्तान में भारी तबाही मचाई। बीएसएफ ने इसका 19 सेकंड का एक वीडियो भी जारी किया है।
सहमा पाकिस्तान, दिखाया दोहरा चरित्र
बीएसएफ के प्रवक्ता के अनुसार पाकिस्तानी रेंजर्स ने संपर्क कर अंतरराष्ट्रीय सीमा पर शांति बहाली की गुहार लगाई। भारत की ओर से जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी रेंजर मारा गया था और सीमा पार भारी नुकसान भी हुआ था। बीएसएफ के अनुसार इसी तबाही ने पाकिस्तान को शांति बहाली के लिए मजबूर किया।
इस साल 700 बार किया संघर्ष विराम का उल्लंघन
पाकिस्तान ने इस साल अभी तक जम्मू-कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर 700 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है। इससे सुरक्षाबलों के 18 जवानों सहित कुल 38 लोगों की मौत हो चुकी है। कई बार हजारों लोग अपने घरों को छोड़ने के लिए भी विवश हुए हैं। जबकि सीमावर्ती क्षेत्रों में स्कूल आए दिन बंद रहते हैं। सीमा पर शांति बहाली के लिए कई बार फ्लैग बैठकें भी हो चुकी हैं, मगर कुछ दिन की शांति के बाद फिर पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आता। इस बार तीन दिनों में ही पाकिस्तान ने हाथ खड़े कर दिए और बीएसएफ से शांति बहाली के लिए संपर्क किया।
सरहद पर दो दिन रही शांति
सरहद पर पाकिस्तान की गोलाबारी से सीमांत गांवों में दहशत बरकरार है। शुक्रवार तड़के हुई भारी गोलाबारी के बाद शनिवार और रविवार को शांति बनी रही। दो दिन सरहद पर शांति बनी रही, लेकिन पाकिस्तान को यह बर्दाश्त नहीं हुआ और उसने दोबारा गोलीबारी शुरू कर दी। हालांकि इन दो दिन भी लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकले। किसान भी अपने खेतों के लिए नहीं निकले। पाकिस्तानी गोलाबारी से सरहद के पांच किलोमीटर क्षेत्र में स्थित करीब 42 गांवों पर असर पड़ा है। पूर्व नंबरदार जनक सिंह ने बताया कि आए दिन पाकिस्तानी रेंजर्स की गोलाबारी से लोग परेशान हैं। बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हुई है। केंद्र सरकार को पाकिस्तान से बात करके सीमा पर तनाव कम करना चाहिए।