पाक रेंजर्स ने फिर दागीं गोलियां
सीमांत क्षेत्रों के रिहायशी इलाकों में लोगों की जान लेने के मकसद गोलाबारी करने वाले पाकिस्तान के मंसूबे बरकरार हैं। पड़ोसी देश कभी भी गोलाबारी तेज कर सकता है।
जेएनएन, जम्मू। सीमांत क्षेत्रों के रिहायशी इलाकों में लोगों की जान लेने के मकसद गोलाबारी करने वाले पाकिस्तान के मंसूबे बरकरार हैं। पड़ोसी देश कभी भी गोलाबारी तेज कर सकता है। इसका सबूत सीमा पार से छिटपुट गोलीबारी का जारी रहना है। शनिवार देर रात को भी पाकिस्तानी रेंजर्स ने आरएसपुरा के नवापिंड गांव पर दो गोलियां दागीं।
अगस्त महीने में पाकिस्तान की ओर से हुई गोलाबारी में अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि तीन दर्जन से अधिक लोग घायल हो चुके हैं। ऐसे हालात में सीमा पार से एक भी गोली चलने से लोगों का दहशत में आना स्वाभाविक है।
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शुक्रवार को पाकिस्तानी गोलाबारी के जवाब में सियालकोट सेक्टर में नौ लोगों की मौत के बाद सीमा पार से बदला लेने की मंशा से कभी भी कोई कार्रवाई हो सकती है। इसको ध्यान में रखते हुए सीमा पर कड़ी चौकसी बरती जा रही है। लोगों को हिदायतें दी गई हैं कि गोलाबारी की स्थिति में उन्हें अपनी सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाने चाहिए।
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जम्मू फ्रंटियर के आइजी राकेश शर्मा का कहना है कि अगर सीमा पार से रिहायशी इलाकों में गोलाबारी की जाती है तो उसका कड़ा जवाब दिया जाएगा।
शनिवार रात करीब सवा ग्यारह बजे पाकिस्तान ने अपनी जमशेद पोस्ट से नवा पिंड स्थित भारतीय चौकी पर दो राउंड फायर की। सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने इसका कोई जवाब नहीं दिया। उसके बाद पाकिस्तान की ओर से कोई गोलीबारी नहीं हुई।
सीमांत गांवों के अभी भी लोग दहशत में हैं। वे सीमा से लगते अपने खेतों में नहीं जा रहे हैं। घरों में ही ज्यादातर लोग दुबके हुए हैं। वहीं, अब्दुल्लियां व जोड़ा फार्म गांव के लोग सुरक्षित स्थानों पर अपनी रातें बिता रहे हैं।