60 अफगानी आतंकियों की घुसपैठ करवाने की फिराक में पाकिस्तान, सभी पश्तो भाषा में करते हैं बात
यह सभी 60 आतंकी अफगानिस्तान के खूंखार आतंकी माने जा रहे हैं। यह वह आतंकी हैं जो अमेरिकी सेना के साथ भी लोहा ले चुके हैं।
राजौरी, जेएनएन। पाकिस्तानी सेना और सरकार जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से ही बौखलाई हुई हैं। इस मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी है। ऐसे में अब पाक कश्मीर में हिंसा तेज करने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहा है। जानकारी के अनुसार, पाक सेना और खुफिया एजेंसी ISI के अधिकारी कुछ रोज पहले अफगानिस्तान गए थे। वहां पर आतंकवादियों के साथ लंबी बैठक की। इसके बाद वहां से 60 अफगानी आतंकवादियों को लाकर एलओसी के पार पाक सेना की चौकियों में ठहराया गया है। ताकि मौका मिलने पर उन्हें भारतीय क्षेत्र में दाखिल करवाया जा सके।
सूत्रों के अनुसार, यह सभी 60 आतंकी अफगानिस्तान के खूंखार आतंकी माने जा रहे हैं। यह वह आतंकी हैं जो अमेरिकी सेना के साथ भी लोहा ले चुके हैं। इन आतंकवादियों को कश्मीर घाटी के साथ-साथ देश के अन्य हिस्सों में भी आत्मघाती हमलों के लिए तैयार किया जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि यह सभी पश्तो भाषा में ही बात करते हैं। ऐसे में इनकी बातचीत को रेडियो सेट पर पकड़ना आसान नहीं होगा।
मारे जाने पर पाक झाड़ लेगा पल्ला
इसके अलावा इन आतंकियों को भारत में प्रवेश कराने का लक्ष्य यह भी है कि अगर यह अफगानी आतंकी कश्मीर घाटी या फिर भारत के अन्य किसी हिस्से में मारे जाते हैं तो पाक सरकार व पाक सेना यह कहकर अपना पल्ला झाड़ लेगी कि यह उसके आतंकी नहीं हैं।
गुलाम कश्मीर में भारत में प्रवेश कराने की ट्रेनिंग
इन्हें पहले गुलाम कश्मीर में चल रहे कई आतंकी शिविरों में प्रशिक्षण दिया गया। उसमें बताया गया कि किस तरह से सीमा को पार करना है। घाटी में किस तरह से हमले करने हैं और किसी वीवीआइपी को अपने निशाने पर किस तरह से लाना है। इसके बाद इन्हें सीमा पर लाकर बैठा दिया गया है ताकि मौके मिलते ही भारतीय क्षेत्र में प्रवेश कराया जा सके।
यह भी पढ़ें: भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद डोनाल्ड ट्रंप अपने रिजॉर्ट में नहीं करेंगे G7 summit, विपक्ष को बताया बेतुका
यह भी पढ़ें: Maharashtra Election 2019: NCP ने चुनाव आयोग से की मांग, कहा- महाराष्ट्र में बंद किया जाए इंटरनेट