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पाक ने दागीं सात हजार गोलियां

पुंछ के चकना-दा-बाग में भारतीय सीमा में घुसकर पांच जवानों की हत्या के बाद उपजा तनाव अभी खत्म नहीं हुआ था, कि पाकिस्तान ने फिर उकसाने वाली हरकत कर डाली। पाक सेना ने ईद की रात पुंछ के कृष्णा घाटी सेक्टर समेत आठ भारतीय चौकियों पर सात घंटे तक जमकर गोलीबारी की। इस दौरान पाकिस्तानी सैनिकों ने सात हजार से अधिक गोलियां दागीं और साथ में मोर्टार समेत अन्य भारी हथियारों का इस्तेमाल किया।

By Edited By: Published: Sun, 11 Aug 2013 06:21 AM (IST)Updated: Sun, 11 Aug 2013 06:26 AM (IST)
पाक ने दागीं सात हजार गोलियां

जागरण संवाददाता, राजौरी। पुंछ के चकना-दा-बाग में भारतीय सीमा में घुसकर पांच जवानों की हत्या के बाद उपजा तनाव अभी खत्म नहीं हुआ था कि पाकिस्तान ने फिर उकसाने वाली हरकत कर डाली। पाक सेना ने ईद की रात पुंछ के कृष्णा घाटी सेक्टर समेत आठ भारतीय चौकियों पर सात घंटे तक जमकर गोलीबारी की। इस दौरान पाकिस्तानी सैनिकों ने सात हजार से अधिक गोलियां दागीं और साथ में मोर्टार समेत अन्य भारी हथियारों का इस्तेमाल किया।

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सेना ने इसे हाल में हुआ 'सबसे बड़ा संघर्ष विराम उल्लंघन' बताया है। खराब मौसम और गोलीबारी की आड़ में आतंकियों को भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करवाने का भी प्रयास किया गया। भारतीय सेना ने भी इसका मुंहतोड़ जवाब दिया। इसके बाद पाकिस्तानी बंदूकें शांत हो गई और घुसपैठिए भी वापस भाग गए। इस गोलीबारी में किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ है।

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रक्षा विभाग के प्रवक्ता एसएन आचार्य ने बताया, पाकिस्तानी सेना ने शुक्रवार रात करीब साढ़े दस बजे सबसे पहले कृष्णा घाटी सेक्टर की छज्जा, मान और रोशनी पोस्ट पर गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद पाक सेना ने पुंछ सेक्टर की दुर्गा, लंगूर, एनके के साथ दो अन्य चौकियों पर भी गोलीबारी शुरू कर दी। पाक सेना ने भारतीय चौकियों को निशाना बनाकर सुबह छह बजे तक सात हजार से अधिक गोलियां दागीं।

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भारतीय सैनिकों ने भी जवाबी कार्रवाई में 4595 राउंड फायर किए, जिसमें मीडियम मशीन गन, इनसास राइफल, 11 रॉकेट और 18 मोर्टार शेल शामिल हैं। घटना के बाद पहले से सीमा पर कड़ी चौकसी को और बढ़ा दिया गया है। सेना के वरिष्ठ अधिकारी भी सीमा पर पूरे हालात पर नजर रखे हुए हैं। भीषण गोलीबारी की वजह से सीमांत गांवों के लोगों को काफी परेशानी हो रही है।

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गौरतलब है कि पांच अगस्त की रात को पाकिस्तानी सेना ने आतंकियों के साथ मिलकर भारतीय क्षेत्र में प्रवेश कर पांच जवानों को शहीद कर दिया था। इसके बाद से दोनों देशों के बीच तनाव व्याप्त है। रक्षा मंत्री ने संसद में इस घटना की निंदा करते हुए पाकिस्तानी सेना के व्यवहार को क्रूर और असहनीय कहा था। पांच अगस्त के बाद भी पाकिस्तान उड़ी सेक्टर में तीन बार गोलीबारी कर संघर्ष विराम का उल्लंघन कर चुका है।

ईद पर मिठाई नहीं, गोलियां चलीं

श्रीनगर। आमतौर पर दुश्मन को भी गले लगाने वाले त्योहार ईद के दिन नियंत्रण रेखा पर भारत और पाकिस्तान के सैनिक एक-दूसरे को मुबारक देते हैं और आपस में मिठाइयों का आदान-प्रदान करते हैं। लेकिन इस बार ईद पर गोलियों का आदान-प्रदान हुआ।

उड़ी सेक्टर में अमन कमान सेतु, टंगडार, चकना दा बाग और मेंढर में दोनों तरफ के जवान हर ईद पर या अन्य त्योहारों पर मिलकर एक-दूसरे को बधाई देते हैं। लेकिन इस बार जम्मू में पलांवाला से लेकर कश्मीर में मच्छल सेक्टर के अंतिम छोर तक ईद के मौके पर किसी भी मिलनगाह पर रौनक नहीं नजर आई। सीमा पर न भारत के जवान मिठाई लेकर पहुंचे, न ही सीमा पार से कोई आया। दिनभर दोनों तरफ से चुप्पी रही और रात होते ही यह चुप्पी पुंछ में बम और गोलियों की आवाज में तब्दील हो गई।

एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि पुंछ में जो कुछ हुआ है, उसके बाद कौन मिठाई खाएगा या खिलाएगा। पाकिस्तानी सैनिकों ने ईद के त्योहार पर भी शांति नहीं रखी। उन्होंने एक बार फिर हमारे अग्रिम ठिकानों को निशाना बनाया। इससे हमारे सीमांत लोग ईद की रात भी खौफ में ही रहे।

सूत्रों ने बताया कि मौजूदा तनाव को देखते हुए दोनों पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस 14 अगस्त और 15 अगस्त को भी एलओसी पर सैन्य अधिकारियों की मुलाकात मुश्किल है, क्योंकि इस बार 14-15 अगस्त को एलओसी गेट बंद रहने की ही संभावना है। राजस्थान में भी सरहद पर हर बार तरह ईद पर मुबारकबाद देने या मिठाइयों का आदान-प्रदान करने की रस्म अदायगी नहीं हुई। बाड़मेर और जैसलमेर में सीमा पर दोनों ओर जवान गश्त करते दिखे, लेकिन उनमें आपसे में कोई बातचीत नहीं हुई।

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