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Oxygen Cylinder Shortage: आक्सीजन पर दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में छिड़ी जंग, जानें क्या है पूरा मामला

अस्पतालों में आक्सीजन की भारी कमी के कारण दिल्ली उत्तर प्रदेश और हरियाणा के बीच टकराव की स्थिति बन गई है। दिल्ली ने उत्तर प्रदेश से आक्सीजन की आपू्र्ति न होने की बात कही तो उत्तर प्रदेश के अधिकारियों ने यह कहकर पलटवार किया है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Thu, 22 Apr 2021 09:22 AM (IST)Updated: Thu, 22 Apr 2021 09:59 AM (IST)
Oxygen Cylinder Shortage: आक्सीजन पर दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में छिड़ी जंग, जानें क्या है पूरा मामला
दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के बीच टकराव की स्थिति बन गई है

नई दिल्ली, जागरण टीम। अस्पतालों में आक्सीजन की भारी कमी के कारण दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के बीच टकराव की स्थिति बन गई है। दिल्ली ने उत्तर प्रदेश से आक्सीजन की आपू्र्ति न होने की बात कही, तो उत्तर प्रदेश के अधिकारियों ने यह कहकर पलटवार किया कि दिल्ली ने प्रमुख आक्सीजन सप्लायर आइनाक्स से अपने कोटे से अधिक आक्सीजन ले ली है। सांसों के लिए जरूरी आक्सीजन की इस लड़ाई में हरियाणा भी कूद गया, जब दिल्ली पर आक्सीजन लूटने का आरोप लगाते हुए बुधवार को उसने आक्सीजन टैंकरों को पुलिस सुरक्षा देने का आदेश दिया।

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हरियाणा सरकार ने आरोप लगाया कि मंगलवार रात दिल्ली सरकार ने फरीदाबाद में उसके टैंकर से आक्सीजन निकाल ली। इस पर दिल्ली सरकार का कहना है कि हम एक सप्ताह से दिल्ली का आक्सीजन सप्लाई कोटा बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। जिसे लूटना बताया जा रहा है, वह दिल्ली कोटे की आक्सीजन है। 

हरियाणा ने दिल्ली पर लगाया आक्सीजन लूटने का आरोप

उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इस मसले पर कहा कि बुधवार को फरीदाबाद के प्लांट से दिल्ली के अस्पताल के लिए आ रहे आक्सीजन के ट्रक को हरियाणा के एक अधिकारी ने रोक लिया। काफी प्रयास के बाद किसी तरह आक्सीजन पहुंच सकी। मंगलवार रात मोदीनगर में भी अधिकारियों द्वारा दिल्ली आने वाले आक्सीजन ट्रक को रोक दिया गया। दिल्ली कोटे की आक्सीजन को भी नहीं आने नहीं दिया जा रहा है। यह जंगलराज है, जिसे रोकने के लिए केंद्र को बेहद संवेदनशील और सक्रिय रहना होगा। 

दरअसल, दिल्ली में मंगलवार रात से कुछ बड़े अस्पतालों में आक्सीजन का संकट गहराने के बाद से विवाद तेज हो गया। गुरु तेगबहादुर (जीटीबी) अस्पताल के अलावा मैक्स और गंगाराम अस्पताल में आक्सीजन की मात्रा कुछ ही घंटे के लिए बचने की खबर से हड़कंप मच गया था। 

हरियाणा को हिमाचल-राजस्थान से सप्लाई बंद

दरअसल हरियाणा के प्लांटों में 270 मीट्रिक टन आक्सीजन तैयार की जाती है। उसे हिमाचल के बद्दी और राजस्थान के भिवाड़ी प्लांट से भी आक्सीजन मिलती थी, जो अब दोनों राज्यों ने बंद कर दी है। 60 से 70 मीट्रिक टन से कई गुना खपत बढ़ने के बावजूद हरियाणा अपनी खुद की आक्सीजन पर निर्भर है। राज्य के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बुधवार को आरोप लगाया कि उन पर दबाव डाला जा रहा है कि दिल्ली को आक्सीजन दें। 

विज बोले, हमारी प्राथमिकता हरियाणा के लोगों की जान बचाना है

हरियाणा का आक्सीजन से भरा प्रत्येक टैंकर अब पुलिस सुरक्षा के घेरे में ही अस्पतालों में जाएगा। विज ने कहा कि पहले हमें हिमाचल और राजस्थान से भी सप्लाई मिल रही थी, जो अब बंद कर दी गई है। इसलिए हम अपनी बनाई आक्सीजन पर ही निर्भर हैं। राज्य के लोगों की जरूरत पूरी होने के बाद यदि आक्सीजन बचती है तो हम दिल्ली को देंगे। इस दौरान हरियाणा ने अपने समस्त आक्सीजन गैस प्लांटों पर सुरक्षा बढ़ा दी है। प्लांट से एक भी सिलेंडर ड्रग्स कंट्रोल डिपार्टमेंट के अधिकारियों की जानकारी के बिना नहीं निकलेगा और इन प्लांट पर पुलिस तैनात रहेगी।

उत्तर प्रदेश के अस्पतालों में भी कमी

दूसरी तरफ, उत्तर प्रदेश के साथ भी दिल्ली का आक्सीजन विवाद गहराता जा रहा है। उत्तर प्रदेश के एक अधिकारी के अनुसार राज्य के अस्पतालों में आक्सीजन की भीषण कमी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस संबंध में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल से भी बात की है। प्रदेश के अधिकांश अस्पतालों में आइनाक्स ही आक्सीजन की सप्लाई कर रहा है। दिल्ली को अतिरिक्त आक्सीजन देने से उत्तर प्रदेश में दिक्कत पैदा हो जाएगी। दिल्ली ने इस संबंध में मंगलवार को हाईकोर्ट में कहा था कि आइनाक्स उत्तर प्रदेश स्थित अपने प्लांटों से दिल्ली को आक्सीजन देने से यह कहकर मना कर रहा है कि इससे कानून व्यवस्था की समस्या पैदा हो सकती है।


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