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जन्म लेते ही मां से दूर आइसोलेशन में चले गए नवजात, जानें पूरा मामला

पिछले साल के अंत में चीन से निकले नॉवेल कोरोना वायरस ने पांच-छ महीनों के भीतर ही पूरी दुनिया को चपेट में ले लिया है। शनिवार तक पूरी दुनिया में संक्रमण के मामले 1 करोड़ 60 लाख से अधिक हो चुके हैं।

By Monika MinalEdited By: Published: Sat, 25 Jul 2020 03:17 PM (IST)Updated: Sat, 25 Jul 2020 03:17 PM (IST)
जन्म लेते ही मां से दूर आइसोलेशन में  चले गए  नवजात, जानें  पूरा मामला
जन्म लेते ही मां से दूर आइसोलेशन में चले गए नवजात, जानें पूरा मामला

बेंगलुरु, आइएएनएस। बेंगलुरु के एक अस्पताल द्वारा शनिवार को जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, मांओं के कोविड-19 से संक्रमित होने के बावजूद यहां जन्मे डेढ़ सौ से अधिक बच्चे संक्रमण मुक्त और पूरी तरह स्वस्थ हैं। केवल 9 नवजात संक्रमित हैं जिनकी माएं अधिक कोविड रिस्क वाले इलाके में रहती हैं और शुरुआत में वो संक्रमित नहीं थीं।

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निगेटिव होने के बाद मां को मिलेंगे उनके बच्चे 

वाणी विलास अस्पताल (Vani Vilas Hospital) के मेडिकल अधिकारी ने बताया, 'हमने सफलतापूर्वक 160 से अधिक बच्चों की डिलीवरी करवाई है और ये सब बगैर कोरोना वायरस के हैं जबकि कोविड-19 पॉजिटिव मांओं की कोख से इनका जन्म हुआ है।' ये नवजात संक्रमण मुक्त रहें इसलिए जन्म के तुरंत बाद इन्हें आइसोलेट कर दिया गया। अस्पताल की  ओर से कहा गया है कि जब तक ये माएं निगेटिव नहीं हो जाती तब तक इन्हें अपने बच्चों से दूर रहना होगा। साथ ही बच्चों का पांचवें और 14वें दिन के बाद दोबारा कोविड-19 टेस्ट कराया जाएगा। इसमें निगेटिव पाए जाने के बाद इन बच्चों को रिश्तेदारों और संबंधियों को सौंप दिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि अप्रैल माह में ही कंटेनमेंट जोन में रह रहीं गर्भवती महिलाओं के संक्रमित पाए जाने के बाद अस्पताल में ट्रॉमा केयर सेंटर में 'विशेष चाइल्ड बर्थ' फैसिलिटी की व्यवस्था की गई।

अस्पताल का कोरोना प्रोटोकॉल

कुछ दिनों पहले अस्पताल वाणी विलास की मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉक्टर गीता शिवमूर्ति ने कहा था कि बच्चों की डिलिवरी के दौरान दिशानिर्देशों का पालन किया जा रहा है। डिलीवरी के दौरान मेडिकल स्टाफ पीपीई किट्स पहनते हैं साथ ही कोरोना प्रोटोकॉल के तहत मां को नवजात बच्चों से दूर रखा जा रहा है। मां के रिकवर हो जाने के बाद उन्हें वापस साथ में कर दिया जा रहा है। संक्रमित मां से दूर रहने वाले बच्चों को फॉर्म्युला मिल्क दिया जा रहा है। किसी परिजन की मौजूदगी में एक्सप्रेस्ड ब्रेस्ट मिल्क भी दिए जाने की छूट है। डॉक्टर गीता ने बताया, 'नवजात को लेकर पूरी सावधानी बरती जा रही है। कोविड-19 फैसिलिटी में किसी परिजन की मौजूदगी में बच्चे को मां के पास ले जाने की इजाजत है।'

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, शनिवार को कर्नाटक में कुल सक्रिय मामले 52 हजार 7 सौ 99 हैं वहीं स्वस्थ होने वालों की संख्या 31 हजार 3 सौ 47 है। राज्य में अब तक कुल संक्रमण का मामला 85 हजार 8 सौ 70 हो गया है जबकि मरने वालों की संख्या 1 हजार 7 सौ 24 है।


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