वंदे भारत मिशन : 11 लाख से ज्यादा भारतीयों की हुई वापसी, स्पाइस जेट ने लंदन-भारत के बीच शुरू की चार्टर सेवा
वंदे भारत मिशन के तहत विदेश में फंसे 11 लाख से ज्यादा भारतीयों को स्वदेश लाया जा चुका है। वहीं स्पाइसजेट ने लंदन से गोवा के लिए चार्टर सेवा शुरू की है।
नई दिल्ली, एजेंसियां। वंदे भारत मिशन के तहत कोरोना महामारी में विदेश में फंसे 11 लाख से ज्यादा भारतीयों को स्वदेश लाया जा चुका है। यह जानकारी विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को दी। इसे केंद्र सरकार ने सात मई को लांच किया था। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि अमेरिका, कनाडा, इंग्लैंड, फ्रांस, जर्मनी आदि देशों के साथ हुए द्विपक्षीय हवाई सेवा से जुड़े समझौते के तहत लोगों को वापस लाने में मदद मिली है। यह सिलसिला अब भी जारी है। उधर, स्पाइसजेट ने गुरुवार को लंदन से गोवा के लिए पहली चार्टर सेवा शुरू कर दी।
अगस्त के अंत तक 375 उड़ानें होंगी
इस सप्ताह के शुरुआत में नागरिक उड्डयन मंत्री द्वारा की गई घोषणा का उल्लेख करते हुए श्रीवास्तव ने कहा कि 18 और देशों ऑस्ट्रेलिया, इटली, जापान, न्यूजीलैंड, नाइजीरिया, बहरीन, इजरायल, केन्या, फिलीपींस, रूस, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, थाईलैंड, बांग्लादेश, अफगानिस्तान, भूटान, नेपाल और श्रीलंका के साथ भी हवाई सेवा शुरू करने पर बातचीत हो रही है। उन्होंने कहा कि वंदे भारत मिशन के पांचवें चरण के तहत लगभग 500 अंतराष्ट्रीय उड़ानें अब तक संचालित की गई हैं। अगस्त माह के अंत तक लगभग 375 और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित होनी हैं।
स्पाइस जेट ने लंदन-भारत के बीच शुरू की चार्टर सेवा
समाचार एजेंसी आइएएनएस के मुताबिक, स्पाइसजेट ने गुरुवार को लंदन से गोवा के लिए पहली चार्टर सेवा शुरू की। इससे 240 यात्रियों को लंदन से गोवा लाया गया। कंपनी ने एक बयान में कहा कि वह गोवा से लंदन 89 यात्रियों को वापस भी ले जाएगी। एम्स्टर्डम, टोरंटो और रोम के बाद एयरलाइन की यह चौथी लंबी चार्टर उड़ान है।
तिरुअनंतपुरम हवाई अड्डे के निजीकरण का विरोध आधारहीन
तिरुअनंतपुरम हवाई अड्डे को पीपीपी मॉडल के तहत 50 साल के पट्टे पर देने का विरोध करने वाली केरल सरकार को नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी जवाब देते हुए कहा है कि राज्य सरकार द्वारा किया जा रहा विरोध आधारहीन है। वह तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे की बोली प्रक्रिया की अर्हता नहीं रखती। इसे पारदर्शी ढंग से अंजाम दिया गया है। उन्होंने कहा कि बोली में प्रति यात्री 168 रुपये शुल्क का जिक्र था। वहीं केरल राज्य औद्योगिक विकास निगम (केएसआइडीसी) ने प्रति यात्री 135 रुपये प्रति यात्री की बोली लगाई थी। अडानी एंटरप्राइजेज ने छह हवाई अड्डों के लिए सबसे ज्यादा बोली लगाई थी।