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सबरीमाला मंदिर में उत्सव के चलते 10 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी होंगे तैनात

दो महीने तक चलने वाले उत्सव और तीर्थयात्रा के दौरान सुरक्षा के लिए दस हजार से ज्यादा पुलिसकर्मियों को मंदिर परिसर के आसपास और पूरे इलाकों में तैनात किया जाएगा।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Tue, 12 Nov 2019 08:04 PM (IST)Updated: Tue, 12 Nov 2019 08:25 PM (IST)
सबरीमाला मंदिर में उत्सव के चलते 10 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी होंगे तैनात
सबरीमाला मंदिर में उत्सव के चलते 10 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी होंगे तैनात

तिरुवनंतपुरम, पीटीआइ। प्रसिद्ध सबरीमला मंदिर में 17 नवंबर से मंडलम मकर विलक्कू उत्सव शुरू हो रहा। उत्सव के चलते मंदिर परिसर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। दो महीने तक चलने वाले उत्सव और तीर्थयात्रा के दौरान सुरक्षा के लिए 10 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मियों को मंदिर परिसर के आसपास और पूरे इलाकों में तैनात किया जाएगा।

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मंदिर परिसर में सुरक्षा बढ़ाए जाने को लेकर पुलिस की प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि मंडलम मकर विलक्कू उत्सव के दौरान 10,017 पुलिस कर्मी पांच चरणों में मंदिर परिसर के आसपास तैनात रहेंगे। डीजीपी लोकनाथ बेहरा ने कहा कि इस साल तीर्थयात्रा के दौरान और सबरीमाला के आसपास कड़ी सुरक्षा रखी जाएगी।

उप-निरीक्षक टीम भी रहेगी तैनात

तीर्थयात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था में 24 पुलिस अधीक्षक और सहायक एसपी, 112 डीएसपी, 264 निरीक्षक, 1185 उप-निरीक्षक टीम में तैनात किए जाएंगे। इसके साथ ही विज्ञप्ति में कहा गया है कि 307 महिलाओं सहित कुल 8402 सिविल पुलिस अधिकारी भी धर्मस्थल परिसर के आसपास ड्यूटी पर तैनात रहेंगे।


मुख्यमंत्री ने भी लिया सुरक्षा का जायजा

बता दें कि 15-30 नवंबर से पहले चरण में 2,551 पुलिस कर्मियों को सानिध्यनम, पम्बा, निलाकल, एरुमेली और पथनामथ्टा में सुरक्षा ड्यूटी के लिए तैनात किया जाएगा। मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने पिछले हफ्ते विभिन्न विभागों और त्रावणकोर देवास्वोम बोर्ड द्वारा की जा रही तैयारियों का जायजा लिया था। जो मंदिर को प्रशासित करता है, ताकि परेशानी मुक्त तीर्थयात्रा सुनिश्चित की जा सके।

गौरतलब है कि पहाड़ी मंदिर में दक्षिणपंथी संगठनों द्वारा एलडीएफ सरकार के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लागू करने का विरोध किया गया था। जिसमें सभी आयु वर्ग की महिलाओं को शामिल किया गया था। जिनमें मासिक धर्म में शामिल महिलाएं, प्राचीन मंदिर में प्रार्थना करने की पेशकश कर रहे थे।


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