नोटबंदी की बरसी पर देश भर में काला दिवस मनाएंगी विपक्ष की 18 पार्टियां
नोटबंदी की पहली सालगिरह पर 8 नवंबर को 18 पार्टियों का विपक्षी मोर्चा संयुक्त रुप से सरकार की घेराबंदी के लिए एकजुट होगा। वै
नई दिल्ली (जेएनएन)। नोटबंदी के 1 साल पूरे होने पर विपक्ष के 18 दल 8 नवम्बर को देश भर में काला दिवस मनाएंगे। विपक्ष की संयुक्त प्रेस कांन्फ्रेस में आज इसकी घोषणा की गई। अलग- अलग राज्यों में होने वाले इन प्रदर्शनों में 18 दलों के नेता भाग लेंगे।
नोटबंदी विपक्ष ने देश का साथ सबसे बड़ा घोटाला क़रार दिया, पहली बरसी पर सभी पार्टियाँ अपने अपने राज्यों में काला दिवस मनायेंगीं @JagranNews
— Sanjay Mishra (@mishraonweb) October 24, 2017
गुलाम नबी आजाद की अगुवाई में मीडिया को संबोधित करते हुए विपक्ष ने नोटबंदी को देश का साथ सबसे बड़ा घोटाला करार दिया और ऐलान किया कि पहली बरसी पर सभी पार्टियाँ अपने अपने राज्यों में काला दिवस मनायेंगीं। वैसे नोटबंदी की पहली बरसी को कांग्रेस पहले ही काला दिवस के रुप में मनाने का ऐलान कर चुकी है।
विपक्षी दलों की इस रणनीति से साफ है कि गुजरात और हिमाचल प्रदेश चुनाव की गहमागहमी में वह आर्थिक मोर्चे पर सरकार की कमजोर नसों पर वार का कोई मौका नहीं छोडऩा चाहते। इसीलिए नोटबंदी की पहली सालगिरह पर सरकार को घेरने की रणनीति तय करने के लिए सोमवार को विपक्षी दलों की समन्वय समिति की बैठक हुई।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद की अगुआई में हुई इस बैठक में तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओब्रायन, बसपा के सतीश मिश्र, द्रमुक की कनीमोरी, वामपंथी मोर्चे के डी राजा के साथ शरद यादव भी शामिल थे। विपक्षी खेमे में फूट का संदेश न जाए इसके लिए सतीश मिश्र खासतौर पर केवल इसी बैठक के लिए दिल्ली आए थे।
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