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एयरलाइंस और एयरपोर्ट का संचालन सरकार का काम नहीं : हरदीप सिंह पुरी

नागरिक विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया का निजीकरण इसी साल हो जाने की पूरी उम्मीद जताई।

By Shashank PandeyEdited By: Published: Mon, 31 Aug 2020 07:31 AM (IST)Updated: Mon, 31 Aug 2020 07:31 AM (IST)
एयरलाइंस और एयरपोर्ट का संचालन सरकार का काम नहीं : हरदीप सिंह पुरी
एयरलाइंस और एयरपोर्ट का संचालन सरकार का काम नहीं : हरदीप सिंह पुरी

नई दिल्ली, प्रेट्र। नागरिक विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने रविवार को कहा कि सरकार को एयरपोर्ट व एयरलाइंस का संचालन नहीं करना चाहिए। उन्होंने सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया का निजीकरण इसी वर्ष हो जाने की पूरी उम्मीद जताई। पुरी का बयान ऐसे वक्त में आया है जब केरल सरकार ने केंद्रीय कैबिनेट द्वारा तिरुअनंतपुरम हवाई अड्डे का संचालन निजी हाथों में सौंपने संबंधी निर्णय को मंजूरी देने का विरोध किया है।

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केंद्रीय कैबिनेट द्वारा 19 अगस्त को किए गए फैसले के तहत तिरुअनंतपुरम हवाई अड्डे का संचालन पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर अडानी इंटरप्राइजेज करेगी। कंपनी को यह जिम्मा 50 वर्षो के लिए मिला है। नमो एप पर एक बैठक को संबोधित करते हुए पुरी ने कहा कि मैं शिद्दत से महसूस करता हूं कि सरकार को एयरपोर्ट और एयरलांस का संचालन नहीं करना चाहिए।

एयर इंडिया के निजीकरण के बारे में पुरी का कहना था कि कंपनी का निजीकरण उसके परिचालन में रहते हुए हो, यही सभी निविदाकर्ताओं के लिए अच्छा है। मुझे पूरी उम्मीद है कि चालू वर्ष के अंत तक एयर इंडिया के निजीकरण का काम पूरा हो जाएगा। गौरतलब है कि सरकार ने पिछले सप्ताह एयर इंडिया के लिए बोली लगाने की अवधि दो महीनों के लिए बढ़ा दी थी।

निजीकरण की राह पर एयर इंडिया

केंद्र सरकार ने एयर इंडिया को बेचने के लिए अभिरुचि पत्र जमा करने की समय सीमा को 31 अगस्त से बढ़ाकर 30 अक्तूबर कर दिया है। वित्त मंत्रालय ने कहा कि कोरोना महामारी की वजह से समय-सीमा में बढ़ोतरी की गई है। इसे बेचने की प्रक्रिया 27 जनवरी को शुरू की गई थी। ऐसे में यह चौथी बार है, जब सरकार ने अभिरुचि पत्र जमा करने की तारीख को आगे बढ़ाया है। उल्लेखनीय है कि वर्ष 1946 में टाटा एयरलाइंस को एयर इंडिया का नाम दिया गया था और वर्ष 1947 में भारत सरकार इसमें निवेश करके सबसे बड़ा हिस्सेदार बन गई थी और वर्ष 1953 में इसका राष्ट्रीयकरण किया गया था।


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