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ऑनलाइन शिक्षा: पहली से बारहवीं तक के लिए शुरू होंगे 12 नए डेडीकेटेड टीवी चैनल

कई-कई घंटे ऑनलाइन क्लास में इंटरनेट डाटा की काफी खपत है ऐसे में टीवी ऑनलाइन पढ़ाई की एक बड़ा जरिया बन सकता है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sun, 10 May 2020 08:05 PM (IST)Updated: Sun, 10 May 2020 08:05 PM (IST)
ऑनलाइन शिक्षा: पहली से बारहवीं तक के लिए शुरू होंगे 12 नए डेडीकेटेड टीवी चैनल
ऑनलाइन शिक्षा: पहली से बारहवीं तक के लिए शुरू होंगे 12 नए डेडीकेटेड टीवी चैनल

अरविंद पांडेय। नई दिल्ली। ऑनलाइन शिक्षा की पहुंच अब सिर्फ शहरी या इंटरनेट की उपलब्धता वाले कस्बाई क्षेत्रों तक ही सीमित नहीं रहेगी, बल्कि इसकी पहुंच अब सभी दूरदराज व सीमावर्ती क्षेत्रों तक होगी। जो अभी तक इंटरनेट की पहुंच से दूर हैं। इसे लेकर सरकार ने एक बड़ी योजना पर काम शुरू किया है। जिसके तहत देश में बच्चों को पढ़ाने के लिए 12 नए डेडीकेटेड टीवी चैनेल शुरु किए जाएंगे। जो पहली से लेकर बारहवीं तक की प्रत्येक क्लास के लिए अलग-अलग होंगे। जिसमें स्कूलों की तरह तय समय पर ही क्लास लगेगी।

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पीएम ई-विद्या योजना

कोरोना संकटकाल में शैक्षणिक गतिविधियों को जारी रखने के लिए उठाए गए कदमों को लेकर मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने पिछले दिनों प्रधानमंत्री के साथ हुई बैठक के बाद इस पर काम शुरु किया है। फिलहाल इस योजना को पीएम ई-विद्या नाम दिया गया है। यह सभी चैनेल मंत्रालय के पास मौजूद स्वयंप्रभा के 32 चैनेलों में से ही उपलब्ध कराए जाएंगे। मौजूदा समय में इनमें से कई चैनल यूजीसी, एनआईओएस, इग्नू जैसे संस्थानों को आवंटित है।

एनसीईआरटी को मिली अध्ययन सामग्री तैयार करने की जिम्मेदारी

इस बीच मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने एनसीईआरटी को अध्ययन सामग्री तैयार करने का जिम्मा सौंपा है। एनसीईआरटी से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक अध्ययन सामग्री प्रत्येक क्लास के पाठ्यक्रम के आधार पर ही तैयार की जाएगी। यह वीडियो में उपलब्ध होगी। इसके साथ ही इनमें हर दिन लाइव कक्षाएं भी आयोजित की जाएगी। वहीं प्रत्येक क्लास से लिए आवंटित चैनेलों पर उससे जुड़े सभी विषय हर दिन पढ़ाए जाएंगे। साथ ही इसका एक टाइम लेबल भी जारी किया जाएगा।

टीवी ऑनलाइन पढ़ाई का बेहतर जरिया बन सकता है

इस योजना पर उस समय काम शुरु हुआ है, जब इंटरनेट और स्मार्ट मोबाइल फोन की अनुपलब्धता के कारण दूर-दराज और ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले छात्र इससे बिल्कुल भी कटे हुए है। वहीं शहरों और कस्बों में रहने वाले लोगों के लिए भी काफी मंहगा है, क्योंकि जिस तरीके से घर बैठे बच्चों की कई-कई घंटे ऑनलाइन क्लास लग रही है, उनमें इंटरनेट डाटा की भी काफी खपत है, जो हर किसी के लिए मुफीद नहीं है। ऐसे में टीवी ऑनलाइन पढ़ाई की एक बड़ा जरिया बन सकता है। 


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