अब आंध्र प्रदेश में ONGC गैस पाइप लाइन लीक होने से हड़कंप, राज्य में 10 दिन में दूसरी घटना
आंध्र प्रदेश में एक बार फिर गैस लीक होने की खबर है। पूर्वी गोदावरी क्षेत्र में शनिवार को ऑयल एंड नेचुरल कॉरपोरेशन (ONGC) के गैस पाइपलाइन में लीकेज की खबर सामने आई।
पूर्वी गोदावरी, एएनआइ। आंध्र प्रदेश में एक बार फिर गैस लीक होने की खबर से हड़कंप मच गया। राज्य के पूर्वी गोदावरी क्षेत्र में मलिकिपुरम मंडल के तुरुप्पलेम गांव में शनिवार को ऑयल एंड नेचुरल कॉरपोरेशन (ONGC) के गैस पाइपलाइन में लीकेज की खबर सामने आई। पुलिस के अनुसार ग्रामिणों ने इसे लेकर अधिकारियों को सतर्क किया और अब मामला काबू में है। बता दें कि राज्य में यह दस दिन में गैस लीक की दूसरी घटना है। इससे पहले सात मई को विशाखापट्टनम में एलजी पॉलिमर इंडिया प्राइवेट के प्लांट से गैस हुई थी। इसमें 12 लोगों की मौत हो गई थी और 400 से अधिक लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था।
मलिकिपुरम के उप-निरीक्षक नागराजू ने समाचार एजेंसी एएनआइ को बताया कि गैस रिसाव शनिवार शाम करीब 6 बजे शुरू हुआ। ओएनजीसी के टेक्नीशियन मौके पर पहुंचें और सभी वेल्स को बंद कर दिया। इसके बाद प्रेशर को कम करके स्थिति को नियंत्रण में लाई गई।
स्थिति नियंत्रण में
उप-निरीक्षक नागराजू ने आगे बताया कि 95 फीसदी रिसाव रुक गया है। कुल मिलाकर स्थिति नियंत्रण में है। टेक्नीशियन अभी भी काम पर हैं। रिसाव का कारण अभी तक पता नहीं चला है।
विशाखापट्टनम में गैस लीक की घटना
विशाखापट्टनम के वेंकटपुरम गांव में स्थित में 10 मई को एलजी पॉलिमर इंडिया प्राइवेट के प्लांट से कृत्रिम रबर बनाने में इस्तेमाल होने वाली गैस स्टीरीन के रिसाव से हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हुए थे। तड़के ढाई बजे के आसपास जब यह हादसा हुआ तब लोग सो रहे थे। जब तक लोगों की आंख खुलती वे इसके प्रभाव में आ गए थे। गैस तेजी से आसपास के इलाकों में फैल गई। लोग नींद में ही बेहोश हो गए थे। जानवर और पक्षियों पर भी इसका प्रभाव देखने को मिला था।
जांच के लिए पांच सदस्यीय समिति का गठन
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने घटना की जांच करने के लिए न्यायमूर्ति बी शेषासन रेड्डी की एक पांच सदस्यीय समिति का गठन किया है। एनजीटी ने साथ ही घटना को लेकर केंद्र और एलजी पॉलिमर इंडस्ट्री और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) समेत अन्य को भी नोटिस जारी किया है।