कुपवाड़ा में सेना के गश्ती दल पर आतंकी हमला, एक पखवाड़े में तीसरी पर बनाया निशाना
सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके की नाकेबंदी कर आतंकियों को पकड़ने के लिए अभियान चलाया है। इसी बीच, दक्षिण कश्मीर के संबूरा, पुलवामा में भड़की हिंसा में चार लोग जख्मी हो गए।
श्रीनगर [ जेएनएन ]। कुपवाड़ा में एक बार फिर आतंकियों ने सेना के गश्तीदल को निशाना बनाया है। कुपवाड़ा के देडीकोट में सोमवार को आतंकियों ने सेना के गश्तीदल पर हमला किया। सेना की जवाबी कार्रवाई के बाद आतंकी भाग निकले। सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके की नाकेबंदी कर आतंकियों को पकड़ने के लिए अभियान चलाया है। इसी बीच, दक्षिण कश्मीर के संबूरा, पुलवामा में भड़की हिंसा में चार लोग जख्मी हो गए।
18 दिनों में कुपवाड़ा में तीसरी बार आतंकियों ने सेना की पेट्रोलिंग टीम पर हमला किया है। एक सप्ताह पहले इस जिले के हरिल इलाके में गश्त कर रही आतंकियों ने हमला किया था। जून माह की शुरुआत में भी आतंकियों ने सेना दल पर हमला बोला था। उस समय सेना की ओर से दावा किया गया था कि यह हमला पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम ने किया था।
इसी क्रम में सोमवार को कुपवाड़ा के देडीकोट में आतंकियों ने सेना के गश्तीदल पर हमला किया। शाम को सेना की 47 आरआर (राष्ट्रीय राइफल्स) के जवानों का एक गश्तीदल विलगाम कुपवाड़ा के ऊपरी हिस्से में स्थित देडीकोट से गुजर रहा था। तभी वहां छिपे आतंकियों ने हमला कर दिया। जवानों ने खुद को बचाते हुए जवाबी फायर किया। करीब 15 मिनट तक दोनों तरफ से गोलियां चलीं। उसके बाद आतंकी भाग निकले।
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि देडीकोट में जवानों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई है। इसमें किसी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ है। इसी बीच, जिला पुलवामा के संबूरा इलाके में सोमवार शाम को उस समय हिंसा भड़क उठी, जब सेना की 50 आरआर के जवानों ने आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर वहां तलाशी अभियान चलाया।
उधर, पुलवामा में भड़की हिंसा में चार लोग जख्मी हुए हैं। बता दें कि जवानों को घेराबंदी करते देख स्थानीय युवकों ने नारेबाजी करते हुए सेना पर पथराव शुरू कर दिया। जवानों को भी हालात पर काबू पाने के लिए बल प्रयोग करना पड़ा। पुलिस ने हिंसक झड़पों में किसी के घायल होने की पुष्टि नहीं की है, जबकि स्थानीय लोगों ने चार लोगों के जख्मी होने का दावा किया है।
16 जून से अंशाति है घाटी
ईद के दिन पूरी घाटी में हुए जबरदस्त हिंसक प्रदर्शन हुए। इस दौरान हिंसा में घायल एक युवक की मौत हो गई थी, जबकि पचास से अधिक लोग घायल हुए हैं। इनमें 15 से अधिक पुलिस कर्मी भी शामिल हैं। उपद्रव को देखते हुए दक्षिण कश्मीर में इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी गई थी। तब से घाटी में तनाव का माहोल कायम है।
आतंकियों के समर्थन में हुई नारेबाजी
शनिवार को दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग, पुलवामा और शोपियां जिले में नमाज के बाद हिंसक प्रदर्शन हो चुके हैं। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान, आईएस, लश्कर, हिज्ब, जैश के झंडे लहराते हुए बुरहान वानी और जाकिर मूसा के समर्थन में नारेबाजी की थी।