अनवैक्सीनेटेड बच्चों को ओमिक्रोन वैरिएंट से ज्यादा खतरा, डा गुलेरिया ने दी ये सलाह
बच्चों पर ओमिक्रोन के प्रभाव को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के सहयोग से कोविड -19 के साथ बच्चों का प्रबंधन पर एक इंटरैक्टिव वेबिनार सत्र आयोजित किया जा रहा है। इसमें दिल्ली स्थित एम्स के डाक्टरों ने गुरुवार को हिस्सा लिया।
नई दिल्ली, एएनआइ। देश में ओमिक्रोन के मामले साढ़े पांच हजार के भी पार पहुंच गए हैं। इसे लेकर लोगों की चिंताएं बढ़ने लगी हैं। इस वैरिएंट ने बच्चों को भी अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है, जिसे लेकर लोग काफी दहशत में हैं। इस बीच एम्स के डाक्टरों ने कहा है कि यह वैरिएंट बच्चों पर भी प्रभावी है और अनवैक्सीनेटेड बच्चों को इसका ज्यादा खतरा है लेकिन यह बहुत गंभीर बीमारी नहीं है। उन्होंने बताया कि बच्चे जल्दी ओमिक्रोन की गिरफ्त में आ रहे हैं।
बच्चों पर ओमिक्रोन के प्रभाव को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के सहयोग से 'कोविड -19 के साथ बच्चों का प्रबंधन' पर एक इंटरैक्टिव वेबिनार सत्र आयोजित किया जा रहा है। इसमें दिल्ली स्थित एम्स के डाक्टरों ने गुरुवार को हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने बताया कि बच्चे ओमिक्रोन की चपेट में क्यों आ रहे हैं। बच्चों का गला और ऊपरी श्वसन तंत्र वयस्कों की तुलना में काफी छोटा होता है। ओमिक्रोन इसी हिस्से को सबसे पहले अपनी चपेट में ले रहा है। जिन बच्चों की इम्यूनिटी कम होती है वे जल्दी इसकी चपेट में आ जाते हैं।
अब तक तीन करोड़ से ज्यादा किशोरों को लग चुकी है पहली डोज
देश में टीकाकरण की रफ्तार काफी तेजी से आगे बढ़ रही है। बड़ों के साथ अब किशोरों का भी तेजी गति के साथ टीकाकरण किया जा रहा है। अभी तक देशभर में तीन करोड़ से ज्यादा किशोरों को कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक दी जा चुकी है। बता दें कि किशोरों के लिए टीकाकरण अभियान की शुरुआत तीन जनवरी को से हुई थी। टीकाकरण के लिए अब तक तीन करोड़ 15 लाख से अधिक बच्चे अपना रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने भी बच्चों को कोरोना की तीन करोड़ खुराक लगने पर बधाई दी थी। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा था कि 15 से 18 आयु वर्ग के तीन करोड़ से ज्यादा युवाओं को कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक मिल चुकी है। उन्होंने सभी योग्य युवाओं से अपील करते हूए कहा था कि वे जल्द से जल्द टीका लगवा लें।