करोड़ों की काली कमाई करने वाले अफसरों पर अब छापे नहीं, सीधे एफआइआर
छत्तीसगढ़ में काली कमाई करने वाले अफसरों पर अब छापे नहीं पड़ेंगे, सीधे एफआइआर दर्ज की जा रही है।
रायपुर (मृगेंद्र पांडेय, नईदुनिया)। छत्तीसगढ़ में काली कमाई करने वाले अफसरों पर अब छापे नहीं पड़ेंगे, सीधे एफआइआर दर्ज की जा रही है। राज्य आर्थिक अपराध ब्यूरो (इओडब्ल्यू) ने प्रदेश के 15 दागी अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई है। इओडब्ल्यू ने अधिकारियों के विभागध्यक्ष और सचिव को पत्र भेजकर कार्रवाई की जानकारी भी दे दी है। आय से अधिक संपत्ति के मामले में सबसे ज्यादा अधिकारी जलसंसाधन और राजस्व विभाग के फंसे हैं।
इओडब्ल्यू ने जलसंसाधन विभाग के चार और राजस्व विभाग के तीन अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की है। विभागीय जानकारी देने के बाद अब इन अधिकारियों की गिरफ्तारी की तैयारी शुरू कर दी गई है। इओडब्ल्यू के आला अधिकारियों ने बताया कि सभी अधिकारियों के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की शिकायत मिली थी। शिकायत की जांच करने के बाद सीधे एफआइआर की कार्रवाई की जा रही है।
अब तक आय से अधिक संपत्ति मामले में पहले छापे मारे जाते थे, फिर बैंक अकाउंट और लॉकर की जांच की जाती रही है। लेकिन इस तरीके में बदलाव करते हुए सीधे एफआइआर दर्ज की जा रही है। बताया जा रहा है कि इससे दागी अफसरों को बचने की गुंजाइश कम हो रही है। कई बार छापे की कार्रवाई की अधिकारियों को भनक लग जाती थी और वे गहने-कैश को ठिकाने लगा देते थे। अब एफआइआर दर्ज करने से पहले बैंक और रजिस्ट्री आफिस में वेरिफाई किया जा रहा है। एडीजी इओडब्ल्यू मुकेश गुप्ता ने कहा कि कई पुरानी शिकायतें थी, जिसमें जांच के बाद एफआइआर दर्ज की गई है।
अधिकारी पद विभाग
आलोक पांडेय एसडीएम राजस्व
कौशल यादव पटवारी राजस्व
कृष्ण कुमार पाठक पटवारी राजस्व
अशोक तिवारी कार्यपालन अभियंता जलसंसाधन
सिद्ध कुमार वर्मन एसडीओ जलसंसाधन
जागेश्वर सुमन सहायक अभियंता जलसंसाधन
चंद्रशेखर सिंह सहायक अभियंता जलसंसाधन
आशीष श्रीवास्तव असिस्टेंट कमिश्नर आबकारी
मो शाहिद खान डीएफओ वन विभाग
श्याम चंद पटेल अनुलेखक टाउन एंड कंट्री प्लानिंग
केसरी लाल वर्मा एसडीओ पीडब्ल्यूडी
प्रमोद कुमार गर्ग मैनेजर राज्य भंडार गृह निगम
भानुप्रताप कौशिक पर्यवेक्षक सहकारिता
रामेश्वर सिंह जिला परिवहन अधिकारी परिवहन
ललिता पाल हेड क्लर्क खनिज