अब तीन घंटे में लखनऊ-दिल्ली का सफर
देश-प्रदेश की राजधानियों का सफर पांच मार्च से आसान हो जाएगा। बरेली जंक्शन से लखनऊ और दिल्ली के स्टेशनों पर ट्रेन मात्र तीन-साढ़े तीन घंटे में पहुंचेंगी। इन रेल खंड पर ट्रेन 100 से 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ाने की तैयारी है, तो वहीं अन्य रेल खंडों की भी रफ्तार में इजाफा किया गया है। इसके लिए मुरादाबाद र
बरेली। देश-प्रदेश की राजधानियों का सफर पांच मार्च से आसान हो जाएगा। बरेली जंक्शन से लखनऊ और दिल्ली के स्टेशनों पर ट्रेन मात्र तीन-साढ़े तीन घंटे में पहुंचेंगी। इन रेल खंड पर ट्रेन 100 से 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ाने की तैयारी है, तो वहीं अन्य रेल खंडों की भी रफ्तार में इजाफा किया गया है। इसके लिए मुरादाबाद रेल मंडल ने सभी लोको लॉबी को निर्देश दिए हैं।
आधुनिकता के युग में इंसान हर काम जल्दी निपटाने का प्रयास करता है। ऐसे में रेलवे ने भी वक्त की कीमत समझकर यात्रा का समय घटाने की कोशिश की है। इसके लिए कोहरा समाप्त होते ही रेल खंडों की रफ्तार बढ़ाई है। इसमें 235 किमी लंबे बरेली-लखनऊ रेलखंड पर सुपरफास्ट और एक्सप्रेस ट्रेन सौ किमी. की रफ्तार से दौड़ेंगी, जबकि अब तक मात्र साठ किमी. की रफ्तार से दौड़ रही थीं।
बरेली-मुरादाबाद रेल खंड पर साठ से सौ और मुरादाबाद-दिल्ली रेल खंड पर साठ के स्थान पर 110 किमी की रफ्तार से चलाने की हिदायत दी है। इसके लिए मुरादाबाद रेल मंडल के परिचालन विभाग ने बरेली, रामपुर, रोजा, सहारनपुर, चंदौसी आदि लोको लॉबी को निर्देश भेज दिए हैं।
रेलखंड पर ट्रेनों की रफ्तार किमी में
रेलखंड का नाम - पुरानी - नई
बरेली-लखनऊ - 60 - 100
बरेली-मुरादाबाद - 60 - 100
बरेली-चंदौसी - 60 - 100
चनेहटी-रामगंगा - 20 - 30
चंदौसी-मुरादाबाद - 40 - 95
अलीगढ़-टुंडला - 40 - 140
चंदौसी-अलीगढ़ - 40 - 50
रामपुर-काठगोदाम - 40 - 100
काठगोदाम-लालकुआं - 40 - 50
मुरादाबाद-नई दिल्ली - 60 - 110
रोजा-सीतापुर - 40 - 75
..नहीं मिलेंगी एफएसडी
कोहरे के कारण ट्रेन चालकों को फॉग सेफ डिवाइस (एफएसडी) का वितरण किया जा रहा था। जीपीएस युक्त एफएसडी में रेलखंड की पुल, पुलियां, क्त्रॉसिंग, कॉशन और स्थान की फीडिंग थी। मगर कोहरा खत्म होने के बाद पांच मार्च से एफएसडी वितरण बंद करने की हिदायत दी है।
यात्रियों को राहत मिलेगी
एडीआरएम एच मल्होत्रा ने बताया कि विभिन्न रेल खंडों पर ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाई गई है। इससे देरी से पहुंचने वाली ट्रेनें समय से पहुंचेंगी। यात्रियों को काफी राहत मिलेगी।