अब इंदौर पुलिस तलाशेगी पाकिस्तान से आई मूक-बधिर गीता का घर
घंटों काउंसलिंग के बाद अफसर इस नतीजे पर पहुंचे कि गीता तेलंगाना छत्तीसगढ़ या झारखंड की निवासी हो सकती है।
इंदौर, जेएनएन। पांच साल पहले पाकिस्तान से भारत आई मूक-बधिर गीता के घर की तलाश एक बार फिर नए सिरे से शुरू हुई है। गीता फिलहाल इंदौर के शेल्टर होम आनंद सर्विस सोसायटी में रह रही है। इस बार गीता का घर तलाशने का जिम्मा इंदौर पुलिस ने उठाया है। डीआइजी हरिनारायणाचारी मिश्र ने जब गीता को फिल्में दिखाई तो उसने तेलगू फिल्म के अभिनेता रामाराव को पहचान लिया। गत दिवस आनंद सर्विस सोसायटी के सचिव ज्ञानेंद्र पुरोहित गीता के साथ पुलिस कंट्रोल रूम पहुंचे और डीआइजी हरिनारायणाचारी मिश्र से बात की। पुरोहित ने डीआइजी को बताया कि गीता अवसाद में है। माता-पिता के पास जाना चाहती है।
डीआइजी ने इशारों में उससे बातचीत की। इसके बाद पुलिस अधिकारियों ने काउंसलिंग के दौरान घंटों गीता से संकेतों में बातचीत कर उसके बचपन की जानकारी जुटाई। वह नाश्ते में क्या खाती है, बचपन में कौन-सा खाद्य पदार्थ सबसे ज्यादा पसंद था, पसंदीदा फिल्में, पसंदीदा पहनावा सहित कई जानकारी जुटाई। घंटों काउंसलिंग के बाद अफसर इस नतीजे पर पहुंचे कि गीता तेलंगाना, छत्तीसगढ़ या झारखंड की निवासी हो सकती है।
झारखंड के टप्पे व मोहल्लों की तरफ किया इशारा
डीआइजी के मुताबिक जब गीता से पूछा कि वह नाश्ते में क्या खाना पसंद करती है तो उसने बताया कि बचपन से उसे इडली पसंद है। उससे पूछा गया कि जहां वह रहती थी वहां के लोग कौनसी भाषा बोलते थे। इस पर गीता ने हिंदी और अंग्रेजी भाषा बताई। उसे विभिन्न राज्यों के पहनावे और घरों के फोटो दिखाए। उसने झारखंड के टप्पे व मोहल्लों की तरफ इशार कर दिया। इसके बाद गीता को कुछ राज्यों की फिल्में दिखाई गई। उसे तेलगू फिल्म पसंद आई और फिल्म अभिनेता रामराव की तरफ इशारा कर कहा इन्हें बचपन में भी देखा है। डीआइजी के मुताबिक जल्द ही तेलंगाना राज्य के भद्रादरी, भूपालपल्ली, आदिलाबाद और मुलुगू क्षेत्रों के साथ ही छत्तीसगढ़ के सुकमा, बीजापुर और बस्तर क्षेत्रों में तलाश शुरू की जाएगी।
दिल्ली से लाहौर की ट्रेन में बैठ पाकिस्तान पहुंच गई थी गीता
मालूम हो कि गीता नौ वर्ष की आयु में माता-पिता से बिछड़ गई थी। उसने बताया था कि काम की तलाश में दिल्ली आए माता-पिता रेलवे स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार कर रहे थे। तभी वह उनसे बिछड़कर लाहौर जा रही ट्रेन में बैठ गई और पाकिस्तान पहुंच गई थी। पाक जांच एजेंसियों द्वारा भारत को सूचना भेजी गई। 29 वर्षीय गीता को 2015 में तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के प्रयासों से भारत लाया गया था।