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अब कड़ी निगरानी में रहेंगे माता वैष्णो देवी के श्रद्धालु, पूरे ट्रैक पर 250 कैमरे लगाए जाएंगे

माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए देश-विदेश से आने श्रद्धालु अब पूरे यात्रा मार्ग पर सीसीटीवी की निगरानी में रहेंगे।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Thu, 05 Dec 2019 11:19 PM (IST)Updated: Thu, 05 Dec 2019 11:19 PM (IST)
अब कड़ी निगरानी में रहेंगे माता वैष्णो देवी के श्रद्धालु, पूरे ट्रैक पर 250 कैमरे लगाए जाएंगे
अब कड़ी निगरानी में रहेंगे माता वैष्णो देवी के श्रद्धालु, पूरे ट्रैक पर 250 कैमरे लगाए जाएंगे

 जम्मू, राज्य ब्यूरो। माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए देश-विदेश से आने श्रद्धालु अब पूरे यात्रा मार्ग पर सीसीटीवी की निगरानी में रहेंगे। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और पूरे यात्रा मार्ग पर नजर रखने के लिए दर्शनी ड्योडी से भवन तक पूरे ट्रैक पर सीसीटीवी निगरानी प्रणाली स्थापित की जाएगी। किसी भी अनहोनी या अप्रिय घटना होने पर तत्काल यात्रियों को सुविधा व सुरक्षा मुहैया करवाई जाएगी। यह अहम फैसला गुरुवार को राजभवन में उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू की अध्यक्षता में श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की 65वीं बैठक में लिया गया। बैठक में श्रीश्री रविशंकर समेत श्राइन बोर्ड के सभी सदस्य मौजूद रहे।

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250 कैमरे लगाए जाएंगे

बैठक में यात्रा के पहले पड़ाव दर्शनी ड्योडी से भवन तक पूरे ट्रैक और भैरो घाटी मार्ग पर सीसीटीवी लगाने पर चर्चा की गई। तय हुआ कि कुल 250 कैमरे लगाए जाएंगे। इसके लिए जल्द टेंडर निकाला जाएगा और एक साल के भीतर काम पूरा किया जाएगा। कटड़ा में इसका कंट्रोल रूम स्थापित होगा। इस पूरी योजना पर 13 करोड़ की लागत आएगी।

चार हजार यात्रियों के लिए होगा दुर्गा भवन का निर्माण

बोर्ड ने भवन मास्टर प्लान की स्थिति की भी समीक्षा की। इसमें सबसे अहम भवन क्षेत्र में लगभग 4000 तीर्थयात्रियों के ठहरने के लिए निशुल्क दुर्गा भवन का निर्माण शामिल है। इसपर करीब 35 करोड़ खर्च होने का अनुमान है और यह चार साल में पूरा होगा। इसके अलावा भवन में कतार प्रबंधन प्रणाली, भवन में निकास ट्रैक और भैरो मंदिर में भी कतार प्रबंधन प्रणाली पर चर्चा की गई। भवन मास्टर प्लान के पहले चरण को लागू करने पर अनुमानित लागत 90 करोड़ रुपये होने का अनुमान है।

कर्मचारियों के लिए तोहफे

बोर्ड ने कर्मचारियों को भी कई तोहफे दिए हैं। इसमें कर्मियों को नियमित करने की अवधि को सात से तीन साल कम कर दिया है। बोर्ड ने कई काडरों के पुनर्गठन के लिए गठित कमेटी की सिफारिशों को लागू करने पर भी मंजूरी दे दी। शुरुआत में नर्सिंग, मेडिकल, सफाई कर्मचारियों का पुनर्गठन होगा। यही नहीं, कर्मचारी कल्याण फंड स्थापित करने को भी मंजूरी दी गई। शुरुआत में श्राइन बोर्ड इस पर का‌र्प्स फंड बनाएगा। इसके बाद सभी कर्मचारियों को भी इसमें योगदान देना होगा।


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