अब छत्तीसगढ़ में भी स्वास्थ्यकर्मियों से मारपीट, 30 लोगों के खिलाफ केस; जानें और कहां किया अभद्र व्यवहार
मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश और राजस्थान के बाद अब छत्तीसगढ़ में भी स्वास्थ्यकर्मियों को पीटा गया है। मध्य प्रदेश के उज्जैन में भी स्वास्थ्यकर्मियों से अभद्रता का आरोप लगाया गया है।
भिलाई, राज्य ब्यूरो। मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के बाद अब छत्तीसगढ़ में भी स्वास्थ्यकर्मियों को पीटा गया है। भिलाई स्थित फरीदनगर सुपेला क्षेत्र में होम क्वारंटाइन में रह रहे लोगों के सर्वे के लिए पहुंची दो महिला स्वास्थ्यकर्मियों को घेरकर पीटने का मामला सामने आया है। बताया जाता है कि बीच-बचाव करने पहुंचे पुलिस कर्मियों से भी हाथापाई की गई है। सोमवार को हुई इस घटना में 30 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। इनमें महिलाएं भी शामिल हैं। मध्य प्रदेश के उज्जैन में भी स्वास्थ्यकर्मियों से अभद्रता का आरोप लगाया गया है।
व्यक्तिगत जानकारी मांगने पर भड़के लोग, स्वास्थ्यकर्मियों को पीटा
जानकारी के अनुसार सोमवार दोपहर करीब दो बजे दो एएनएम विनीता साहू और रश्मि राय फरीदनगर पहुंची थीं। दोनों महिला स्वास्थ्यकर्मी नदीम टेक्सटाइल्स लिखे एक मकान में पहुंचीं। यहां पर दो लोगों को होम क्वारंटाइन किया गया था। उनसे उनकी व्यक्तिगत जानकारी मांगते ही घर की महिलाएं दोनों स्वास्थ्यकर्मियों पर भड़क उठीं।
उन लोगों ने स्वास्थ्यकर्मियों को एनआरसी का सर्वे करने वाला बताते हुए उनसे विवाद शुरू कर दिया। महिला द्वारा जोर-जोर से चिल्लाने पर आरोपित निगारा खातून सहित आसपास की करीब 30 महिलाएं व कुछ पुरुष वहां पहुंच गए। सभी ने मिलकर दोनों स्वास्थ्यकर्मियों को घेर लिया और उनसे मारपीट की।
पुलिसकर्मियों के साथ भी की मारपीट
पुलिस को सूचना मिलने पर सुपेला थाने की पेट्रोलिंग टीम वहां पहुंची तो आरोपितों ने सिपाहियों से भी हाथापाई की। पुलिस किसी तरह से दोनों महिला स्वास्थ्यकर्मियों को आरोपितों की भीड़ से निकालकर थाने लाई। दोनों ने लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल के बीएमओ व कोरोना वायरस के प्रभारी नोडल अधिकारी संजय जामगाड़े को इस घटना की जानकारी दी। सीएमएचओ डॉ. गंभीर सिंह ठाकुर से निर्देश पर बीएमओ जामगाड़े ने मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने सरकारी कार्य में बाधा डालने, शासकीय कर्मियों के साथ मारपीट करने की धाराओं में मामला दर्ज किया है।
राजस्थान के अजमेर में भी स्वास्थ्यकर्मियों से अभद्र व्यवहार
गौरतलब है कि राजस्थान में अजमेर जिले के सोमलपुर स्थित चिश्ती नगर में स्थानीय लोगों ने स्वास्थ्यकर्मियों से अभद्र व्यवहार किया था। उधर, मध्य प्रदेश के इंदौर में तो स्वास्थ्यकर्मियों पर पत्थरबाजी की गई थी। यह मामला खूब तूल पकड़ा था। भोपाल और खरगोन में भी पुलिस और स्वास्थ्यकर्मियों पर हमले की घटनाएं हो चुकी हैं। उत्तर प्रदेश से भी मारपीट की खबरें आईं थीं।
उज्जैन में स्वास्थ्य टीम से अभद्रता का आरोप
उज्जैन में दानीगेट क्षेत्र के बिलोटीपुरा इलाके में सर्वे करने गई स्वास्थ्य विभाग की नर्सों ने रहवासियों के खिलाफ पुलिस में शिकायत की है। आरोप लगाया कि सोमवार को सर्वे के दौरान कुछ रहवासियों ने उन्हें धमकी दी कि यहां से चले जाओ, नहीं तो पीट देंगे। शिकायत के बाद पुलिस अधिकारी पहुंचे और लोगों को समझाइश दी। साथ ही मस्जिद से अनाउसमेंट भी करवाया गया।
हालांकि रहवासियों का कहना है कि लोगों द्वारा कोई अभद्रता नहीं की गई है। मामले की जांच की जाना चाहिए। इस संबंध में एसपी को ज्ञापन भी सौंपा गया है। नर्स कविता मांडेचा और माया योगी ने पुलिस से की शिकायत में बताया कि वे सोमवार को बिलोटीपुरा क्षेत्र में सर्वे करने गई थीं। इस क्षेत्र (दानीगेट) की एक महिला की तीन अप्रैल को कोरोना संक्रमण से मौत हुई है। जैसे ही उन्होंने सर्वे कार्य शुरू किया, कुछ लोगों ने उन्हें घेर लिया और चले जाने को कहा। साथ ही पीटने की धमकी भी दी।
इंदौर में अब पुलिस पर पथराव, छह गिरफ्तार
मंगलवार रात इंदौर के चंदन नगर क्षेत्र में अब पुलिस पर पथराव किया गया। मामले में इमरान खान, समीर, सल्लू (सलमान) और नासिर सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के मुताबिक, रात में आरक्षक सुरेंद्र अहाने नगर सुरक्षा समिति के एक सदस्य के साथ क्षेत्र का भ्रमण कर रहे थे। तभी गली नंबर 10 में उन्हें कुछ लोग समूह में बैठे दिखाई दिए।
आरक्षक ने उनसे घर जाने को कहा तो युवकों ने अभद्रता की और कहने लगे हम तो सुबह सब्जी लेने जाएंगे। इसके बाद युवकों ने पथराव कर दिया। पुलिसकर्मी और नगर सुरक्षा समिति के सदस्य ने मौके से भागकर खुद को बचाया और अधिकारियों को सूचना दी। मालूम हो, इससे पहले इंदौर, भोपाल और खरगोन में पुलिसकर्मियों और स्वास्थ्यकर्मियों पर हमले हो चुके हैं।