नहीं थम रही चीन पर रार चीनी घुसपैठ के खिलाफ चुप रहना गवारा नहीं: राहुल गांधी
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि चाहे उनका राजनीतिक जीवन दांव पर लग जाए मगर वे लद्दाख में चीन के घुसपैठ का सच बोलने से पीछे नहीं हटेंगे।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। चीन के मुद्दे पर लगभग रोजाना सरकार को घेरने की कोशिश में जुटे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि चाहे उनका राजनीतिक जीवन दांव पर लग जाए मगर वे लद्दाख में चीन के घुसपैठ का सच बोलने से पीछे नहीं हटेंगे।
चीनी घुसपैठ पर झूठ बोलना या चुप रहना उन्हें गवारा नहीं है। वहीं भाजपा प्रवक्ता जीवीएल नरसिंहा राव ने पलटवार करते हुए कहा कि राहुल का राजनीतिक जीवन तो 2019 मे ही खत्म हो गया। उस वक्त भी सर्जिकल स्ट्राइक से लेकर बालाकोट तक के मुद्दे पर राहुल ने सैनिकों पर सवाल खड़ा किया था। अब भी अपमान कर रहे हैं।
लद्दाख में चीनी घुसपैठ को लेकर सरकार से सवालों का सिलसिला जारी रखते हुए राहुल गांधी ने कहा कि चीन ने हमारी जमीन पर कब्जा किया है और इस सच को छिपाना चीनियों को इस जमीन को हासिल करने का मौका देना है और यह राष्ट्र विरोधी है।
चीन पर प्रधानमंत्री से सवाल कर वे भारत को कमजोर कर रहे हैं, राहुल ने खुद पर उठाए जा रहे इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि अब एकदम साफ है कि चीनी हमारे इलाके में घुस गए हैं। यह बात उन्हें परेशान करती है। राहुल ने कहा 'इससे मेरा खून खौलने लगता है कि कैसे एक दूसरा देश हमारे इलाके में घुस आया।'
कांग्रेस नेता ने कहा कि उपग्रह की तस्वीरें उन्होंने देखी है और कई पूर्व सैन्यकर्मियों से चर्चा की है जो चीनी घुसपैठ की पुख्ता पुष्टि करते हैं। ऐसे में एक राजनीतिज्ञ के तौर पर कुछ लोग चाहते हैं कि वे चुप रहे और झूठ बोलें ये संभव नहीं है। राहुल ने कहा 'स्पष्ट कर दूं, मैं ऐसा नहीं करने वाला, मैं चिंता नहीं करता, यदि इसका राजनीतिक मूल्य भी चुकाना पड़े, चाहे मेरा राजनीतिक जीवन पूरी तरह खत्म हो जाए।
जहां तक भारतीय क्षेत्र का संबंध है, मैं केवल सच बोलूंगा।' चीनी घुसपैठ से इनकार पर प्रहार करते हुए राहुल ने कहा 'चीनियों के घुसने के बारे में जो झूठ बोल रहे, वही देशभक्त नहीं हैं।'
भाजपा प्रवक्ता राव ने कहा कि राहुल झूठ को सच बनाने में जुटे हैं। सच्चाई यह है कि वह उन 20 सैनिकों का अपमान कर रहे हैं जो गलवन घाटी में वीरता के साथ शहीद हुए। राव ने कहा कि कांग्रेस और राहुल की यह पुरानी आदत है। पहले भी वह यही करते रहे हैं और इसी कारण उनका राजनीतिक कैरियर तो 2019 में ही खत्म हो गया। राव ने संसद में तत्कालीन संप्रग सरकार के जवाब का ही हवाला देते हुए कहा कि चीन ने उनके ही काल में 43000 वर्ग किमी भारत की जमीन पर कब्जा जमाया हुआ है।