कोरोना महामारी के चलते महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 51,415 लोगों की हुई मौत
इस महीने में तीसरी बार एक दिन में कोरोना के 10 हजार से कम नए मामले सामने आए हैं जिनमें आधे से अधिक सिर्फ केरल से हैं। 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में एक भी व्यक्ति की इस महामारी की वजह से मौत नहीं हुई है।
जेएनएन, नई दिल्ली। इस महीने में तीसरी बार एक दिन में कोरोना के 10 हजार से कम नए मामले सामने आए हैं, जिनमें आधे से अधिक सिर्फ केरल से हैं। 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में एक भी व्यक्ति की इस महामारी की वजह से मौत नहीं हुई है और 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में एक से पांच लोगों की जान गई है। 15 हजार से अधिक मरीज पूरी तरह से ठीक भी हुए हैं।
महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 51,415 मौतें
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, कोरोना महामारी की वजह से अभी तक महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 51,415 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद तमिलनाडु में 12,402, कर्नाटक में 12,251, दिल्ली में 10,886, बंगाल में 10,225, उत्तर प्रदेश में 8696 और आंध्र प्रदेश में 7151 मरीजों की जान भी गई है।
देश में कोरोना संक्रमण के 9309 नए मामले
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से सुबह आठ बजे जारी आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 घंटों के दौरान पूरे देश में संक्रमण के 9309 नए मामले मिले हैं। इनमें 5281 मामले सिर्फ केरल में ही सामने आए हैं। इसके अलावा महाराष्ट्र में 652 और तमिलनाडु में 481 नए केस मिले हैं। इस दौरान 15,858 मरीज ठीक हुए हैं और 78 लोगों की मौत भी हुई है, जिसमें महाराष्ट्र में 25 और केरल में 16 मौतें शामिल हैं। कुल संक्रमितों का आंकड़ा एक करोड़ आठ लाख 80 हजार को पार कर गया है।
एक करोड़ पांच लाख 89 हजार मरीज पूरी तरह से संक्रमण मुक्त
इनमें से एक करोड़ पांच लाख 89 हजार मरीज पूरी तरह से संक्रमण मुक्त भी हो चुके हैं और 1,55,447 लोगों की मौत भी हो चुकी है। मरीजों के उबरने की दर बढ़कर 97.32 फीसद हो गई है और मृत्युदर 1.43 फीसद पर बनी हुई है। सक्रिय मामलों का आंकड़ा 1,35,926 पर आ गया है, जो कुल मामलों का 1.25 फीसद है।
कोरोना संक्रमण का पता लगाने के लिए अब तक 7.65 लाख टेस्ट
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) के मुताबिक, कोरोना संक्रमण का पता लगाने के लिए देशभर में गुरुवार को 7,65,944 नमूनों की जांच की गई। इनको मिलाकर अब तक कुल 20 करोड़ 47 लाख 89 हजार से अधिक नमूनों का परीक्षण किया जा चुका है।
भारत 338 करोड़ रुपये के टीकों का कर चुका है निर्यात
वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को राज्यसभा में बताया कि भारत आठ फरवरी तक लगभग 338 करोड़ रुपये की कोरोना वैक्सीन का निर्यात कर चुका है। इसमें मित्र देशों को मुफ्त में वैक्सीन की खुराक मुहैया करना और कमर्शियल शिपमेंट भी शामिल है। गोयल ने पूरक सवालों के जवाब में कहा कि वैक्सीन का निर्यात जनवरी में शुरू हुआ था। भारत पहले वैक्सीन की घरेलू आवश्यकता का ध्यान रख रहा है और उसके बाद मित्र देशों को टीके दे रहा है। 338 करोड़ रुपये की वैक्सीन का निर्यात किया जा चुका है।
कोरोना के टीकों के निर्माण के लिए सीरम और भारत बायोटेक को मिली अनुमति
गोयल ने कहा कि सरकार ने कोरोना के टीकों के निर्माण के लिए पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड को अनुमति दी है। राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में कोरोना टीकों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए भारत सरकार के संबंधित विभागों और वैक्सीन निर्माताओं के बीच नियमित बातचीत के माध्यम से समन्वय बनाया गया है।