Move to Jagran APP

नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में थाना-चौकी बनाने का फंड खर्च नहीं, कैग रिपोर्ट में खुलासा

पता चला है कि नक्सल प्रभावित क्षेत्र में थाना-चौकियों को बनाने के लिए स्वीकृत 22 करोड़ रुपये में एक पाई भी खर्च नहीं किया गया।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Sun, 16 Sep 2018 12:03 AM (IST)Updated: Sun, 16 Sep 2018 12:03 AM (IST)
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में थाना-चौकी बनाने का फंड खर्च नहीं, कैग रिपोर्ट में खुलासा
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में थाना-चौकी बनाने का फंड खर्च नहीं, कैग रिपोर्ट में खुलासा

 नईदुनिया, रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से पहले आई कैग की रिपोर्ट सरकार के कामकाज की पोल खोल रही है। नक्सल उन्मूलन की दिशा में सर्वाधिक काम के दावों के बीच पता चला है कि नक्सल प्रभावित क्षेत्र में थाना-चौकियों को बनाने के लिए स्वीकृत 22 करोड़ रुपये में एक पाई भी खर्च नहीं किया गया। पुलिस विभाग अपने कुल बजट का महज 17 फीसद ही खर्च किया।

loksabha election banner

सरकार कठघरे में 
कैग रिपोर्ट आने पर विरोधी दलों ने सरकार के वित्तीय प्रबंधन पर सवाल खड़ा किया है। रिपोर्ट में विभागों के स्वीकृत बजट में से 30 से 40 फीसद राशि खर्च नहीं कर पाने पर सरकार को कठघरे में खड़ा किया जा है। अब विरोधी दलों ने इसे राजनीतिक हथियार बना लिया है और सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

Image result for police station post offices in Naxal affected areas chhattisgarh

बजट की 30 फीसद से ज्यादा राशि खर्च नहीं  
कैग की रिपोर्ट के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2016-17 में अधिकांश बड़े विभागों के बजट की 30 फीसद से ज्यादा राशि खर्च नहीं हुई है। इसमें वित्त विभाग, उच्च शिक्षा, महिला एवं बाल कल्याण, तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार, तकनीकी शिक्षा, ऊर्जा विभाग, नगरीय प्रशासन और लोक निर्माण विभाग प्रमुख है।

बजट की 34 फीसद राशि का इस्तेमाल नहीं 
प्रदेश में बेरोजगारों के आंकड़ें बढ़ रहे हैं, जबकि तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार विभाग बजट की 34 फीसद राशि का इस्तेमाल ही नहीं कर पाई। नगरीय निकायों को वित्तीय सहायता के लिए स्वीकृत 27 फीसद राशि का इस्तेमाल नहीं हो पाया, जबकि प्रदेश के नगरीय निकाय के महापौर और अध्यक्ष सरकार पर लगातार इस बात का दबाव बनाते रहे कि उनको निगम और नगर पालिका के रोजाना के कार्यो के लिए आर्थिक मदद दी जाए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.