राहुल ने दी पार्टी नेताओं को नीतीश के खिलाफ बयान न देने की हिदायत
कांग्रेस और राजद मीरा कुमार की बिहार यात्रा में नीतीश कुमार पर निशाना साधने से बचेंगे।
संजय मिश्र, नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव को लेकर कांग्रेस और नीतीश कुमार के बीच हुई खटपट खत्म हो गई है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने इस सुलह का संदेश देते हुए बिहार और पार्टी के केंद्रीय नेताओं को नीतीश के खिलाफ बयानबाजी नहीं करने की सख्त हिदायत दी है। कांग्रेस के इस रुख के बाद जनतादल यूनाइटेड ने भी जवाबी सकारात्मक पहल करते हुए उपराष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी महागठबंधन के उम्मीदवार का समर्थन करने का फैसला किया है।
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर पनपी कड़वाहट भुलाकर विपक्षी सियासत को आगे बढ़ाने की बनी इस सहमति के मद्देनजर ही विपक्ष की राष्ट्रपति उम्मीदवार मीरा कुमार की गुरूवार को हो रही बिहार यात्रा के दौरान कांग्रेस ही नहीं राजद भी नीतीश पर किसी तरह का निशाना साधने से परहेज करेंगे। सूत्रों के अनुसार राहुल गांधी ने बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष अशोक चौधरी को बुलाकर सख्त शब्दों में कहा कि प्रदेश के नेता नीतीश कुमार के खिलाफ किसी तरह का बयान न दें। साथ ही यह भी फरमान जारी कर दिया कहा कि जदयू अध्यक्ष के खिलाफ उलटबयानी करने वाले नेताओं के विरूद्ध कार्रवाई से भी परहेज नहीं किया जाएगा।
सूत्रों के मुताबिक राहुल ने दो टूक कहा कि नीतीश कुमार सबसे भरोसेमंद और अहम सहयोगियों में हैं। बिहार में उनके नेतृत्व में ही एनडीए-भाजपा को रोकने में कामयाबी मिली और अभी भी एनडीए के लिए बिहार सबसे बड़ी राजनीतिक चुनौती है। समझा जाता है कि पार्टी के केंद्रीय नेताओं को भी राष्ट्रपति चुनाव की खींचतान को आगे नहीं बढ़ाने की नसीहत दी गई है। विपक्षी दलों के 2019 के महागठबंधन के लिए नीतीश और उनकी पार्टी के साथ होने को कांग्रेस अपने लिए बेहद जरूरी मान रही है। इसीलिए कांग्रेस नेतृत्व राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को जदयू के समर्थन को ज्यादा तूल देने में कोई फायदा नहीं देख रहा।
कांग्रेस नेतृत्व की ओर से राष्ट्रपति चुनाव के विवाद को खत्म करने के इस स्पष्ट संदेश के मद्देनजर जदयू ने भी उपराष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष का साथ देने का ऐलान करने में देरी नहीं की है। जदयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने इस बारे में पूछे जाने पर साफ कहा कि उपराष्ट्रपति चुनाव में उनकी पार्टी विपक्षी गठबंधन के साथ है। उपराष्ट्रपति चुनाव की रणनीति और उम्मीदवार के चयन के लिए होने वाली विपक्षी दलों की बैठक में भी जदयू शामिल होगा।
उनके मुताबिक राष्ट्रपति चुनाव में कोविंद का समर्थन एक विशेष मसला था जिसे कई तरह के सियासी रंग दिए गए। त्यागी ने कहा कि जदयू विपक्षी एकता के साथ है। उनकी पार्टी देश के सामने किसानों की बदहाली से लेकर भीड़ द्वारा की जा रही हत्याओं जैसे मुद्दे पर विपक्षी दलों के साथ मिल कर एनडीए सरकार की मुखालफत करने को तैयार है।
यह भी पढ़ें: मीरा कुमार आज आएंगी बिहार, JDU बोला- बिहार की बटी हैं तो पहले आना था
यह भी पढ़ें: कांग्रेस की नजर में विपक्षी एकजुटता ही वैकल्पिक एजेंडे की बुनियाद