नितिन गडकरी ने कहा, इंटेलिजेंट ट्रैफिक सिस्टम से सड़क हादसों पर लगेगी लगाम
गडकरी ने एक वेबिनार में कहा कि आइटीएस के विकास के लिए एक प्राइवेट कंसल्टेंट की मदद ली जाएगी। इसके लिए जल्द ही निविदा जारी की जाएगी।
नई दिल्ली, प्रेट्र। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सड़क दुर्घटना पर लगाम के लिए नया तंत्र विकसित करने की बात कही है। सड़क सुरक्षा को लेकर उन्होंने इंटेलिजेंट ट्रैफिक सिस्टम (ITS) बनाने पर जोर दिया। नई प्रणाली को उन्होंने सार्वजनिक निजी भागीदारी (PPP) के जरिये तेजी से विकसित करने की बात कही।
हर साल सड़क दुर्घटना में डेढ़ लाख लोगों की होती है मौत
गडकरी ने एक वेबिनार में कहा कि आइटीएस के विकास के लिए एक प्राइवेट कंसल्टेंट की मदद ली जाएगी। इसके लिए जल्द ही निविदा जारी की जाएगी। देश में सड़क दुर्घटना की चपेट में हर साल औसतन पांच लाख लोग आते हैं। इनमें करीब 1.5 लाख लोगों की मौत हो जाती है और तीन लाख लोग गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं। आइटीएस के तहत ट्रैफिक कंट्रोल की केंद्रीयकृत व्यवस्था रहेगी। इसमें सीसीटीवी की मदद से निगरानी का कार्य किया जाएगा। इसके अलावा नई प्रणाली में मौसम पूर्वानुमान, कई तरह के मैसेज साइन, उन्नत संचार तकनीक, सिमुलेशन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस डिजिटल सेवाएं भी शामिल रहेंगी।
दुर्घटनाओं में आई कमी
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मोटर व्हीकल्स (अमेंडमेंट) एक्ट, 2019 के लागू होने के बाद से सड़क हादसों में कमी आई है। हादसों पर नियंत्रण के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यो का जिक्र करते हुए गडकरी ने कहा कि ब्लैक स्पॉट को चिन्हित कर उन्हें दुरुस्त करने का काम तेजी से चल रहा है। राजमार्गो को ठीक करने के काम को वर्ल्ड बैंक और एशियन डेवलपमेंट बैंक से आर्थिक मदद भी मिली है। हादसों पर लगाम के लिए गडकरी ने राज्य सरकारों और स्थानीय प्रशासन से अहम योगदान की अपील की। 2025 तक उन्होंने सड़क दुर्घटनाएं आधी हो जाने की उम्मीद जताई। सड़क सुरक्षा को लेकर उन्होंने जन जागरूकता अभियान की भी पैरवी की।
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