Move to Jagran APP

ओमिक्रोन को हल्‍के में ना लें, नीति आयोग ने किया आगाह, क्या चुनावी रैलियों पर बढ़ेगा बैन, जानें स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय का जवाब

देश में ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों के बीच नीति आयोग ने इस वैरिएंट को हल्‍के में ना लेने को लेकर आगाह किया है। नीति आयोग के सदस्य डा. वीके पाल ने कहा कि ओमिक्रोन कोई सामान्य जुकाम नहीं है। इसे हराना हमारी जि‍म्मेदारी है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Wed, 12 Jan 2022 05:29 PM (IST)Updated: Wed, 12 Jan 2022 06:14 PM (IST)
ओमिक्रोन को हल्‍के में ना लें, नीति आयोग ने किया आगाह, क्या चुनावी रैलियों पर बढ़ेगा बैन, जानें स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय का जवाब
ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों के बीच नीति आयोग ने इस वैरिएंट को हल्‍के में ना लेने को कहा है।

नई दिल्‍ली, एजेंसियां। देश में ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों के बीच नीति आयोग ने इस वैरिएंट को हल्‍के में ना लेने को कहा है। नीति आयोग के सदस्य डा. वीके पाल ने कहा कि ओमिक्रोन कोई सामान्य जुकाम नहीं है। इसे हराना हमारी जि‍म्मेदारी है। वैक्सीन इस वैरिएंट से लड़ने में मददगार है। वैक्सीनेशन कोविड-19 की प्रतिक्रिया का महत्वपूर्ण स्तंभ है। इसके साथ ही नीति आयोग के सदस्य डा. वीके पाल ने लोगों से मास्क लगाने की अपील की। उन्‍होंने यह भी कहा कि जिन्होंने भी कोविड रोधी वैक्सीन नहीं ली है वे वैक्सीन लगवाएं।

loksabha election banner

वहीं यह पूछे जाने पर कि क्‍या स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से चुनावी रैलियों पर प्रतिबंध को बढ़ाने का सुझाव दिया जाएगा। केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय के संयुक्‍त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि चुनाव आयोग ने सभा, रैलियों से संबंधित दिशा-निर्देश जारी किए हैं... आने वाले समय में कोरोना को लेकर जैसी स्थिति बनेगी हम उसके लिहाज से चुनाव आयोग के साथ समन्वय करेंगे... तदनुसार निर्णय लिया जाएगा। 

लव अग्रवाल ने बताया कि देश में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या क़रीब 9,55,319 है। यही नहीं देश में रोजाना औसतन 1.5 लाख मामले सामने आ रहे हैं। पिछले साल 30 दिसंबर को जो पाजिटिविटी रेट 1.1 प्रतिशत थी जो बढ़कर 12 जनवरी 2022 को 11.05 प्रतिशत दर्ज की गई है।

अग्रवाल ने कहा कि जहां तक ओमिक्रोन का सवाल है तो 149 देशों में कुल मिलाकर इस वैरिएंट के लगभग 5.52 लाख मामले सामने आए हैं और 115 मौतें हुई हैं। भारत में 28 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में यह वैरिएंट फैल चुका है। देश में इस वैरिएंट के अब तक 4,868 मामले सामने आए हैं और 1,805 ठीक हो चुके हैं।

वहीं नीति आयोग सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने कहा कि दवा के उपयोग के लिए एक तर्कसंगत दृष्टिकोण होना चाहिए। हम दवाओं के अति प्रयोग और दुरुपयोग के बारे में चिंतित हैं। दवाओं का अति प्रयोग न करें, इसके दुष्‍परिणाम होंगे... गर्म पानी पिएं, घरेलू देखभाल में गरारे करें।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.