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Nijjar Murder Case: 'हमें नहीं दिया कोई सबूत', तीन भारतीयों की गिरफ्तारी पर कनाडा को भारत ने सुनाई खरी-खरी

Nijjar Murder Case भारत ने कनाडा के इस एक्शन को लेकर कहा है कि उसे कनाडा की ओर इस संबंध में कोई औपचारिक संदेश नहीं मिला है। विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि कनाडा ने हरदीप सिंह निज्जर हत्या मामले में कोई विशिष्ट सबूत या प्रासंगिक जानकारी प्रदान नहीं की है और कोई औपचारिक संदेश भी प्रदान नहीं किया गया है।

By Agency Edited By: Babli Kumari Published: Thu, 09 May 2024 09:32 PM (IST)Updated: Thu, 09 May 2024 10:36 PM (IST)
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल (फोटो- ANI)

एएनआई, नई दिल्ली। खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के आरोप में कनाडा सरकार ने तीन भारतीय नागरिकों को गिरफ्तार किया है। भारत ने कनाडा के इस एक्शन को लेकर कहा है कि उसे कनाडा की ओर इस संबंध में कोई औपचारिक संदेश नहीं मिला है। विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि कनाडा ने हरदीप सिंह निज्जर हत्या मामले में कोई 'विशिष्ट' सबूत या प्रासंगिक जानकारी प्रदान नहीं की है और कोई 'औपचारिक संदेश' भी प्रदान नहीं किया गया है।

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निज्जर हत्याकांड में कनाडा में गिरफ्तार तीन भारतीयों पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, "इस मामले में हमें कोई जानकारी नहीं दी गई है। कनाडा ने हमें गिरफ्तारी के बारे में सूचित किया है। लेकिन हमें कोई औपचारिक संचार नहीं मिला है...।'

पिछले हफ्ते कनाडा की एजेंसियों ने तीन भारतीय नागरिकों को गिरफ्तार कर उन्हें निज्जर की हत्या के मामले में आरोपित किया है। कहा है कि ये तीनों स्टूडेंट वीजा पर कनाडा आए थे। जायसवाल ने कहा, इस मामले में राजनीतिक हित कार्य कर रहे हैं।

'कनाडा की अथॉरिटी द्वारा नहीं दी गई कोई जानकारी'

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि इस मामले में कोई विशिष्ट या प्रासंगिक सबूत या जानकारी कनाडा की अथॉरिटी द्वारा हमें नहीं दी गई है। हम कई बार कह चुके हैं कि अलगाववादी, अतिवादी और हिंसा की पैरवी करने वालों को कनाडा में प्रश्रय मिल रहा है। कनाडा में नियुक्त भारतीय राजनयिकों को कई बार धमकियां दी गई हैं और उन्हें कर्तव्य निर्वहन से रोका गया है। भारत ने कई बार कनाडा के अधिकारियों को अवगत कराया है कि भारत में संगठित अपराधों से जुड़े लोगों को कनाडा में प्रवेश और उन्हें वहां रहने की अनुमति दी गई है। दुर्भाग्य से भारत की इन बातों पर गौर नहीं किया गया। भारत में वांछित बहुत से लोगों के प्रत्यर्पण के अनुरोध पत्र इस समय कनाडा में लंबित हैं।

कनाडाई पक्ष के साथ कई राजनयिक स्तर पर हो रही है चर्चा

गुरुवार को एक प्रेस वार्ता में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हमारे राजनयिकों को धमकी दी गई है और उनके कर्तव्यों के पालन में बाधा उत्पन्न की जा रही है। हमने कनाडाई अधिकारियों को यह भी बताया है कि भारत में लिंक वाले संगठित अपराधों से जुड़े लोगों को प्रवेश और निवास की अनुमति दी गई है। कई प्रत्यर्पण अनुरोध उनके पास लंबित हैं। हम इन सभी मामलों पर कनाडाई पक्ष के साथ राजनयिक स्तर पर चर्चा कर रहे हैं।

'हम सभी मसलों का हल कूटनीतिक तरीके से करना चाहते हैं'

प्रवक्ता ने कहा, दोनों देश इस समय कनाडा में नियुक्त भारतीय राजनयिकों को खालिस्तान समर्थकों द्वारा धमकाए जाने के संबंध में वार्ता कर रहे हैं। हम सभी मसलों का हल कूटनीतिक तरीके से करना चाहते हैं। ओंटेरियो (कनाडा) में एक जुलूस में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पुतला आपत्तिजनक ढंग से प्रदर्शित किए जाने पर भारत ने मंगलवार को कड़ी प्रतिक्रिया जताते हुए कनाडा में अपराधियों और अलगाववादियों को सुरक्षित पनाह दिए जाने की निंदा की थी। भारत ने कहा था कि कनाडा में हिंसा को बढ़ावा देने वाले तत्वों के महिमामंडन की अनुमति दी जा रही है।

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