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Bengaluru violence: NIA ने शुरू की बेंगलुरु सांप्रदायिक हिंसा की जांच, मामले में दो एफआइआर दर्ज

आइजी रैंक के एक अफसर के नेतृत्व में गठित एक टीम जांच के सिलसिले में बेंगलुरु में है। यह दोनों मामले बेंगलुरु के डीजे हल्ली और केजी हल्ली पुलिस थाना क्षेत्र में हुई सांप्रदायिक हिंसा के संबंध में है।

By Manish PandeyEdited By: Published: Wed, 23 Sep 2020 08:25 AM (IST)Updated: Wed, 23 Sep 2020 08:25 AM (IST)
Bengaluru violence: NIA ने शुरू की बेंगलुरु सांप्रदायिक हिंसा की जांच, मामले में दो एफआइआर दर्ज
आइजी रैंक के अफसर के नेतृत्व में टीम ने दो केस दर्ज किए।

नई दिल्ली, एजेंसियां। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) बेंगलुरु में 11 अगस्त की रात को हुई सांप्रदायिक हिंसा की दो घटनाओं की जांच अपने हाथ में ले ली है। सोशल मीडिया पर एक आपत्तिजनक पोस्ट के बाद एक कांग्रेस विधायक के घर पर हमले से यह हिंसा शुरू हुई थी।

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एनआइए के प्रवक्ता ने मंगलवार को बताया कि आतंकवाद निरोधक इस जांच एजेंसी ने मामले में दो एफआइआर दर्ज की हैं। आइजी रैंक के एक अफसर के नेतृत्व में गठित एक टीम जांच के सिलसिले में बेंगलुरु में है। यह दोनों मामले बेंगलुरु के डीजे हल्ली और केजी हल्ली पुलिस थाना क्षेत्र में हुई सांप्रदायिक हिंसा के संबंध में है।

अधिकारियों ने बताया कि यह दोनों ही मामले सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और यूएपीए के तहत कर्नाटक पुलिस ने मामले दर्ज किए हैं। बेंगलुरु में 11 अगस्त की रात आठ बजे ¨हसा तब भड़की थी जब करीब एक हजार लोगों ने कांग्रेस विधायक अखंड श्रीनिवास मूर्ति के घर पर हमला कर तोड़फोड़ की थी। इसके बाद इलाके में पुलिस स्टेशन तक तहस-नहस किए गए।

2008 के बेंगलुरु धमाके का मुख्य आरोपित केरल से गिरफ्तार

 दूसरी तरफ, बेंगलुरु के आतंकवाद निरोधक सेल ने 2008 में बेंगलुरु में हुए श्रृंखलाबद्ध बम धमाकों के सिलसिले में दो आरोपितों को तिरुअनंतपुरम से गिरफ्तार किया है। सेंट्रल क्राइम ब्रांच के ज्वाइंट कमिश्नर संदीप पाटिल ने मंगलवार को बताया कि बेंगलुरु के आतंकवाद निरोधक दस्ते ने केंद्रीय एजेंसियों के साथ मिलकर शोएब और गुल नवाज को गिरफ्तार किया। शोएब की 2008 के बेंगलुरु बम ब्लास्ट में अहम भूमिका थी। केरल के कन्नूर का रहने वाला शोएब हमले के बाद से फरार था। वह कल ही रियाद से अपने साथी गुल नवाज के साथ लौटा था। गुल नवाज उप्र के रहने वाला है।


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