देविंदर को लेकर दिल्ली आएगी NIA, आतंकियों के साथ गठजोड़ पर करेगी जांच
एनआइए ने बीते कुछ वर्षो के दौरान जम्मू-कश्मीर में टेरर फंडिंग और आतंकियों-पत्थरबाजों-अलगाववादियों के गठजोड़ को बेनकाब किया है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। एक आधिकारिक प्रवक्ता ने शनिवार को कहा कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) एक ऐसे मामले की जांच करने जा रही है, जिसमें जम्मू और कश्मीर के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को घाटी से तीन आतंकवादियों के साथ गिरफ्तार किया गया था। केंद्रीय गृहमंत्रालय ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी को डीएसपी देविंदर सिंह के दो आतंकियों संग पकड़े जाने के मामले में जांच शुरू करने का निर्देश दिया है। एनआइए के सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) द्वारा निलंबित जम्मू-कश्मीर पुलिस के डिप्टी एसपी दविंदर सिंह को पूछताछ के लिए दिल्ली लाया जाएगा।
देविंदर को जम्मू-कश्मीर पुलिस की विशेष टीम ने गत शनिवार को श्रीनगर जम्मू हाईवे पर दो आतंकियों और एक ओवरग्राउंड वर्कर संग पकड़ा था। वह इन लोगों को कश्मीर से बाहर पहुंचाने का प्रयास कर रहा था।
चारों को हथियारों और गोला-बारूद के साथ पकड़ा गया था, जब वे दक्षिण कश्मीर में राष्ट्रीय राजमार्ग पर काजीगुंड के पास एक कार में जा रहे थे। प्रवक्ता ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय से आदेश मिलने के बाद एनआईए ने मामला फिर से दर्ज किया और जांच शुरू की।
पहले संबंधित अधिकारियों ने बताया था कि एनआइए को इस मामले की जांच सौंपे जाने का औपचारिक आदेश जल्द जारी किया जाएगा। इसके बाद एनआइए अपने स्तर पर एफआइआर दर्ज करेगी। फिलहाल, जम्मू और दिल्ली में इस मामले को एनआइए को सौंपने के संदर्भ में आवश्यक कानूनी औपचारिकताओं को पूरा किया जा रहा है।
एनआइए ने बीते कुछ वर्षो के दौरान जम्मू-कश्मीर में टेरर फंडिंग और आतंकियों-पत्थरबाजों-अलगाववादियों के गठजोड़ को बेनकाब किया है। उन्होंने बताया कि एनआइए के कुछ अधिकारियों ने देविंदर सिंह व उसके साथ पकड़े गए आतंकियों नवीद बाबू और आसिफ उर्फ आतिफ के अलावा ओवरग्राउंड वर्कर इरफान अहमद मीर से शुरुआती पूछताछ की है। एनआइए द्वारा इस मामले में एफआइआर दर्ज करने के बाद पुलिस से इस प्रकरण से जुड़े आवश्यक दस्तावेज अपने कब्जे में लेगी। हालांकि, एनआईए ने मामला अपने हाथ में ले लिया है और जांच शुरू कर दी गई है।
बता दें कि आतंकियों के साथ गठजोड़ के आरोप में पकड़े गए डीएसपी देविंदर सिंह को पुलिस प्रशासन ने बर्खास्त कर दिया है। इस संदर्भ में आवश्यक औपचारिकताओं को पूरा कर लिया गया है। यही नहीं उसे दिया गया शेरे-कश्मीर पुलिस मेडल भी वापस ले लिया। वीरता के लिए देविंदर को यह पुरस्कार पुलवामा पुलिस लाइन पर 25-26 अगस्त, 2017 को हुए आतंकी हमले के बाद आतंकरोधी अभियान चलाने में उल्लेखनीय भूमिका निभाने पर वर्ष राज्य सरकार ने 2018 को गणतंत्र दिवस पर दिया था।