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मनसुख को हटाने के लिए वाझे ने प्रदीप शर्मा को दिया था नोटों के बंडलों से भरा बैग, एनआइए की चार्जशीट में आरोप

मनसुख हिरेन हत्या मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) द्वारा दायर चार्जशीट से पता चला है कि मनसुख को रास्ते से हटाने के लिए आरोपित सचिन वाझे ने पूर्व एनकाउंटर स्पेशलिस्ट और शिवसेना नेता प्रदीप शर्मा को बड़ी रकम का भुगतान किया था।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Wed, 08 Sep 2021 10:27 PM (IST)Updated: Wed, 08 Sep 2021 11:08 PM (IST)
मनसुख को हटाने के लिए वाझे ने प्रदीप शर्मा को दिया था नोटों के बंडलों से भरा बैग, एनआइए की चार्जशीट में आरोप
एनआइए चार्जशीट के मुताबिक मनसुख को रास्ते से हटाने के लिए सचिन वाझे ने बड़ी रकम का भुगतान किया था।

नई दिल्ली, एएनआइ। अंटीलिया कांड और मनसुख हिरेन हत्या मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) द्वारा दायर चार्जशीट से पता चला है कि मनसुख को रास्ते से हटाने के लिए आरोपित सचिन वाझे ने पूर्व एनकाउंटर स्पेशलिस्ट और शिवसेना नेता प्रदीप शर्मा को बड़ी रकम का भुगतान किया था। एनआइए ने इन दोनों मामलों में वाझे और शर्मा समेत दस लोगों को आरोपित किया है।

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एनआइए द्वारा दाखिल 10 हजार पेज की चार्जशीट में कहा गया है कि तीन मार्च, 2021 को आरोपी सचिन वाझे ने शाम के समय पीएस फाउंडेशन कार्यालय, अंधेरी (पूर्व), मुंबई में प्रदीप शर्मा से मुलाकात की और रेक्सीन का एक बैग दिया जिसमें 500 के नोटों के कई बंडल थे। जांच के दौरान जमा किए गए साक्ष्य इस बात की पुष्टि करते हैं।

चार्जशीट से यह भी सामने आया कि जब वाझे को पता चला कि अंटीलिया कांड की जांच किसी और को सौंपी जा रही है तो उसने मनसुख हिरेन पर दबाव बनाया कि वह उस अपराध की जिम्मेदारी ले ले। उसने मनसुख से यह भी कहा कि उसे इस मामले में उसे फौरन जमानत मिल जाएगी। लेकिन मनसुख ने प्रस्ताव ठुकरा दिया। इस मामले में मनसुख ही एकलौता ऐसा शख्स था जिसे पूरी साजिश का पता था।

चार्जशीट के अनुसार जब वाझे को लगा कि मनसुख कमजोर कड़ी साबित हो सकता है और जांचकर्ताओं के आगे मुंह खोल सकता है तो उसने उसे रास्ते से हटाने की योजना बना डाली। चार्जशीट में कहा गया है कि जांच के दौरान पता चला कि वाझे और शर्मा ने हिरेन को खत्म करने के लिए अन्य लोगों के साथ मिलकर साजिश रची। हिरेन को ठिकाने लगाने का काम शर्मा को सौंपा गया।

उल्लेखनीय है कि उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर अंटीलिया के पास 25 फरवरी को विस्फोटक लदी गाड़ी पाई गई थी। बाद में इस गाड़ी के मालिक मनसुख हिरेन की हत्या हो गई। उसका शव थाणे जिले की सीमा में समुद्र की खाड़ी में मिला था। अंटीलिया कांड में एनआइए ने वाझे को मार्च में गिरफ्तार किया था। वह इस मामले में मुख्य आरोपित है। वाझे की हत्या में नाम आने के बाद उसे क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट से हटाकर मुंबई पुलिस मुख्यालय में नागरिक सुविधा केंद्र में स्थानांतरित कर दिया गया था बाद में मई, 2021 में उसे सेवा से बर्खास्त कर दिया गया।

नीता अंबानी ने रद कर दी थी गुजरात यात्रा

वहीं समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक अंटीलिया के बाहर विस्फोटकों से लदी गाड़ी बरामद होने के बाद उद्योगपति मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी ने गुजरात की यात्रा रद कर दी थी। यह जानकारी अंटीलिया के सुरक्षा प्रमुख ने एनआइए को दी। वहीं अंटीलिया के पास काम करने वाले एक अन्य सुरक्षा गार्ड ने एनआइए को बताया कि इस घटना से कि इलाके में माहौल बदल गया और लोग बहुत डर गए। एनआइए ने अपने आरोप पत्र में यह भी कहा है कि सचिन वाझे ने घटना के दिन अपने आधिकारिक ड्राइवर से कहा था कि यह (गाड़ी खड़ी करने का) एक गुप्त आपरेशन है।

अंटीलिया के सुरक्षा प्रमुख बोले- मिल रही थी धमकियां

एनआइए को दिए अपने बयान में अंटीलिया के सुरक्षा प्रमुख ने कहा कि विस्फोटकों के साथ वाहन और एक धमकी भरा पत्र मिलने के बाद, उन्होंने तुरंत इसे मामले की जानकारी मुकेश अंबानी को दी। उस दिन नीता अंबानी को गुजरात के जामनगर की एक यात्रा पर जाना था लेकिन जोनल डीसीपी की सलाह पर यात्रा रद कर दी गई। सुरक्षा प्रमुख ने कहा कि उन्हें विभिन्न हलकों से धमकियां मिल रही थीं, लेकिन सभी अक्टूबर 2020 में शुरू हुए किसानों के विरोध से संबंधित थीं। 


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