एनआइए ने बेंगलुरु में बांग्लादेशी मानव तस्करों के ठिकानों पर मारे छापे, आपत्तिजनक दस्तावेज हुए बरामद
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) के बयान के अनुसार छापेमारी में कई आपत्तिजनक दस्तावेज हार्ड डिस्क समेत छह डिजिटल डिवाइस व मोबाइल फोन बरामद हुए। फर्जी दस्तावेज बनाने में इस्तेमाल होने वाले इन उपकरणों को जब्त कर लिया गया है।
बेंगलुरु, प्रेट्र। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) के अधिकारियों ने कर्नाटक के बेंगलुरु में बांग्लादेशी मानव तस्करों से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी की। केंद्रीय जांच एजेंसी ने रविवार को बताया कि एनआइए ने शनिवार को एक संदिग्ध के दो ठिकानों पर छापेमारी की, जो बांग्लादेशी मानव तस्करों के लिए फर्जी पहचान पत्र बनाने में संलिप्त था।
एनआइए के बयान के अनुसार, 'छापेमारी में कई आपत्तिजनक दस्तावेज, हार्ड डिस्क समेत छह डिजिटल डिवाइस व मोबाइल फोन बरामद हुए। फर्जी दस्तावेज बनाने में इस्तेमाल होने वाले इन उपकरणों को जब्त कर लिया गया है।'
मामला एक महिला से संबंधित है, जिसे मानव तस्करों का समूह नौकरी का झांसा देकर गलत तरीके से भारत ले आया था और गलत कामों के लिए मजबूर कर दिया था। मई में बात नहीं मानने पर मानव तस्करों ने उसके साथ बर्बरता की और सामूहिक दुष्कर्म किया। आरोपितों में से एक ने वारदात का वीडियो बना लिया, जो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया था। बांग्लादेश से मिली सूचना के आधार पर बेंगलुरु पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया था।
टेरर फंडिंग मामले को लेकर जम्मू कश्मीर में एनआइए की छापेमारी
वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने टेरर फंडिंग मामले में जम्मू-कश्मीर के कई स्थानों पर छापेमारी की। अनंतनाग जिला में रविवार सुबह एनआइए की टीम ने छापेमारी की। जानकारी के अनुसार प्रदेश के 45 ठिकानों में एनआइए की छापेमारी की गई। इसमें श्रीनगर, गांदरबल, अच्छाबल, शौपियां, बांडीपेारा, रामबन, डोडा, किश्तवाड़, राजौरी और अन्य जिले शामिल है। एनआइए की यह छापेमारी टेरर फंडिंग सहित कुछ नए मामलों के सिलसिले में है।