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शीतलकुची हिंसा : एनएचआरसी ने बंगाल के डीजीपी को कार्रवाई के दिए निर्देश, CISF की फायरिंग में चार की हुई थी मौत

इस दौरान सीआइएसएफ ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए फायरिंग की थी जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी और कुछ लोग जख्मी हुए थे। अब मानवाधिकार आयोग ने मामले में कार्रवाई करने को कहा है।

By Neel RajputEdited By: Published: Sat, 29 May 2021 12:40 PM (IST)Updated: Sat, 29 May 2021 12:40 PM (IST)
शीतलकुची हिंसा : एनएचआरसी ने बंगाल के डीजीपी को कार्रवाई के दिए निर्देश, CISF की फायरिंग में चार की हुई थी मौत
सीआइएसएफ की फायरिंग में चार लोगों की हुई मौत

नई दिल्ली, एएनआइ। बंगाल चुनाव के लिए कूचबिहार जिले के शीतलकुची में मतदान के दौरान हुई हिंसा के मामले पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (National Human Rights Commission, NHRC) ने पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को कार्रवाई करने को कहा है। दरअसल आयोग ने एक याचिका पर सुनवाई के दौरान यह आदेश दिया है। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, एनएचआरसी ने मामले में कार्रवाई के आदेश दिए हैं, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी और कुछ लोग जख्मी हुए थे। बताया गया कि इन लोगों की मौत कथित सीआइएसएफ की फायरिंग में हुई थी। 

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दरअसल एनएचआरसी ने सामाजिक कार्यकर्ता और सुप्रीम कोर्ट के वकील राधाकांत त्रिपाठी द्वारा दायर एक याचिका पर कार्रवाई करते हुए यह आदेश दिया है। त्रिपाठी की याचिका में कहा गया है कि 10 अप्रैल 2021 को चौथे चरण के मतदान के दौरान पश्चिम बंगाल राज्य के कूच के शीतलकुची (अमतली माध्यमिक शिक्षा केंद्र) के एक मतदान केंद्र पर सुबह से शांतिपूर्ण तरीके से वोटिंग चल रही थी। तब यहां भाजपा के कुछ कार्यकर्ता 50-60 मतदाताओं को सीआईएसएफ कर्मियों के साथ मतदान केंद्र पर ले जा रहे थे।

इस याचिका में आरोप लगाया गया है कि सीआइएसएफ जवान एक 14 साल के विकलांग को कथित रूप से जबरदस्ती कार में बैठा रहे थे। इस दौरान उसके साथ मार-पीट की बात भी कही गई है। वहीं, जब उसके भाई ने इस घटना को रिकॉर्ड करना चाहा तो उसका फोन छीन लिया गया और उसकी भी कथित पिटाई की। इसके बाद गांव वाले गुस्से में आ गए और उन्होंने घटना के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया।

याचिका में कहा गया है कि इस दौरान सीआइएसएफ के जवानों ने कथित फायरिंग की और इसमें चार लोगों की मौत हो गई जबकि सात लोग जख्मी हो गए थे। त्रिपाठी ने शीर्ष मानवाधिकार पैनल NHRC से पूरी घटना की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच करने और मृतक के परिवार के सदस्यों और पूरे मामले में घायल लोगों को भारी मुआवजा देने का अनुरोध किया है।


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