वाराणसी, पटना, देहरादून, श्रीनगर व लेह में भी बनेंगे नए एयरपोर्ट टर्मिनल
सरकार ने 'नभ' निर्माण योजना के तहत अगले पांच वर्षो में एक लाख करोड़ रुपये के निवेश से अनेक हवाई अड्डों के विस्तार एवं नवीकरण की योजना तैयार की है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। देश में हवाई यातायात की बढ़ती मांग के अनुसार एयरपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी को देखते हुए सरकार ने 'नभ' निर्माण योजना के तहत अगले पांच वर्षो में एक लाख करोड़ रुपये के निवेश से अनेक हवाई अड्डों के विस्तार एवं नवीकरण की योजना तैयार की है। इसके तहत वाराणसी, पटना, देहरादून, श्रीनगर, लेह समेत अनेक शहरों में नए एयरपोर्ट टर्मिनल बनाए जाएंगे।
-दिल्ली, बंगलूर व हैदराबाद एयरपोर्ट का निजी निवेश से होगा विस्तार व नवीकरण
-जेवर एयरपोर्ट के निर्माण की आधारशिला साल के अंत तक पीएम रखेंगे
-एक लाख करोड़ रुपये के निवेश से पांच वर्षो में बढ़ेगी कई एयरपोर्ट की क्षमता
नागरिक विमानन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने बताया कि इसी योजना के तहत कैबिनेट ने लखनऊ, चेन्नई व गुवाहाटी में नए टर्मिनलों के निर्माण को बुधवार को हरी झंडी दे दी है। जबकि भविष्य में वाराणसी, पटना, श्रीनगर, देहरादून, जयपुर, जबलपुर, लेह, अगरतला, पुणे, त्रिची, विजयवाड़ा, पोर्ट ब्लेयर, मंगलूर, कोल्हापुर, गोवा, रूपसी, कालीकट, इंफाल तथा भुवनेश्वर का नंबर आएगा। इन पर 20,178 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा।
'नभ' यानी नेक्स्ट जनरेशन एयरपोर्ट्स फॉर भारत के तहत ही सरकार ने देश में हवाई अड्डों के निर्माण की रूपरेखा तैयार की है। एयरपोर्ट अथारिटी ने अगरतला, कालीकट, पोर्ट ब्लेयर के कांट्रैक्ट अवार्ड कर दिए हैं। यहां भी नए एकीकृत टर्मिनलों का विकास होगा।
इसके अलावा 50 हजार करोड़ रुपये की लागत से जेवर (गे्रटर नोएडा), नवी मुंबई, मोपा (गोवा), पुरंदर (पुणे), भोगापुरम (विशाखापत्तनम), धोलेरा (अहमदाबाद) और हीरासर (राजकोट) में भी नए एयरपोर्ट बनाए जाएंगे। सूत्रों के अनुसार जेवर एयरपोर्ट के निर्माण की आधारशिला इसी साल के अंत तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रखेंगे।
इन सबको सरकार ने मंजूरी दे दी है। इसी के साथ दिल्ली, बंगलूर, हैदराबाद एयरपोर्ट के विस्तार एवं उच्चीकरण पर 25 हजार करोड़ रुपये के निजी निवेश की योजना है।