नीट से पहले तमिलनाडु में मेडिकल तैयारी कर रहे तीन छात्रों ने आत्महत्या की, द्रमुक ने केंद्र पर साधा निशाना
तमिलनाडु में मेडिकल में नामांकन की तैयारी कर रहे तीन छात्रों ने रविवार को होने जा रही राष्ट्रीय प्रवेश सह पात्रता परीक्षा (नीट) से एक दिन पहले आत्महत्या कर ली।
मदुरै, पीटीआइ। तमिलनाडु में मेडिकल में नामांकन की तैयारी कर रहे तीन छात्रों ने रविवार को होने जा रही राष्ट्रीय प्रवेश सह पात्रता परीक्षा (नीट) से एक दिन पहले आत्महत्या कर ली। द्रमुक ने केंद्र की भाजपा सरकार की निंदा की है और होने जा रही परीक्षा का विरोध किया है। तीन छात्रों में से एक मदुरै की 19 वर्षीया छात्रा और धर्मापुरी और नामक्कल जिले के तिरुचेंगोडे का एक-एक छात्र है। तीनों ने अपने घर में फंदा लगाकर जान दी है।
शनिवार को 19 वर्षीया छात्रा जोतिश्री दुर्गा को अपने घर में फंदे से लटकता पाया गया। एक सब इंस्पेक्टर की पुत्री दुर्गा ने सुसाइड नोट में कहा है कि वह भयभीत है, क्योंकि दूसरे उससे बहुत अपेक्षा रख रहे हैं। दूसरा छात्र 20 वर्षीय आदित्या पिछले साल नीट में शामिल हुआ था, लेकिन सफल नहीं हो पाया। उस समय से वह तैयारी में जुटा है। उसके माता-पिता जिस केंद्र पर वह रविवार को परीक्षा देने वाला था वहां की तैयारी देखने गए थे। लौटने पर उन्होंने बेटे को फंदे से झूलता पाया।
नामक्कल जिले में तीसरे छात्र 21 वर्षीय मोतीलाल ने भी अपने घर में फंदा लगाकर जान दी। वह पहले भी दो बार नीट में शामिल हो चुका है। बता दें कि कोरोना संकट के बीच कड़े एहतियाती उपायों के साथ रविवार को मेडिकल पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए नीट का आयोजन किया जा रहा है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने शारीरिक दूरी का पालन करने के लिए परीक्षा केंद्रों की संख्या 2,546 से बढ़ाकर 3,843 कर दी है।
यही नहीं नई व्यवस्था के तहत प्रत्येक कक्ष में 24 के बजाय केवल 12 ही अभ्यर्थी बैठेंगे। नीट पेन-पेपर आधारित परीक्षा है। इसका आयोजन तीन मई को होना था लेकिन महामारी के कारण पहले इसे 26 जुलाई और फिर 13 सितंबर को कराने का फैसला किया गया। सरकारी आंकड़े के मुताबिक, कुल 15.97 लाख अभ्यर्थियों ने इस परीक्षा के लिए पंजीकरण कराया है। परीक्षा कक्षों के बाहर शारीरिक दूरी का पालन करते हुए प्रवेश और निकास की योजना बनाई गई है।