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उच्च शिक्षा में शोध का स्तर बढ़ाना जरूरी: प्रणब

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा है कि भारत शोध के मामले में अन्य देशों से पिछड़ा है। विश्वविद्यालयों व अन्य शिक्षण संस्थानों में शोध का स्तर बढ़ाना जरूरी है। मुखर्जी ने गुरुवार को कोलकाता टाउन हाल में भारती विद्या भवन और आशुतोष मुखर्जी मेमोरियल इंस्टीट्यूट द्वारा आयोजित आशुतोष मुखर्जी स्मृति व्याख्यान में ये बातें कहीं।

By Edited By: Published: Fri, 06 Jun 2014 05:43 AM (IST)Updated: Fri, 06 Jun 2014 10:22 AM (IST)
उच्च शिक्षा में शोध का स्तर बढ़ाना जरूरी: प्रणब

कोलकाता [जागरण ब्यूरो]। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा है कि भारत शोध के मामले में अन्य देशों से पिछड़ा है। विश्वविद्यालयों व अन्य शिक्षण संस्थानों में शोध का स्तर बढ़ाना जरूरी है। मुखर्जी ने गुरुवार को कोलकाता टाउन हाल में भारती विद्या भवन और आशुतोष मुखर्जी मेमोरियल इंस्टीट्यूट द्वारा आयोजित आशुतोष मुखर्जी स्मृति व्याख्यान में ये बातें कहीं।

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राष्ट्रपति ने कहा कि भारत में उच्च शिक्षा में अध्ययनरत छात्रों की संख्या दो करोड़ है। देश में उच्च शिक्षण संस्थानों की संख्या भी कम नहीं है, लेकिन इस क्षेत्र में विश्व के शीर्ष स्थानों में शुमार होनेवाले स्थानों की कमी खलती है। देश के शिक्षण संस्थानों को विश्व स्तर का बनाने के लिए सरकार को ढाचांगत सुविधाएं विकसित करनी होंगी। नालंदा और तक्षशिला कभी दुनिया में शिक्षा के केंद्र के रूप में जाने जाते थे। शिक्षा के क्षेत्र में भारत को अपने पुराने गौरव को हासिल करना होगा। इस मौके पर राज्यपाल एमके नारायणन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे।

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