दिल्ली एयर पोर्ट पर आतंकी हमले होंगे नाकाम, अब कमांडो को छू तक नहीं पाएगी गोली
एयरपोर्ट पर तैनात केंद्रीय सुरक्षा बल (सीआइएसफ) के कमांडो को जहां बुलेटप्रूफ जैकेट दी जा रही है, वहीं क्विक एक्शन टीम (क्यूआरटी) जवानों को बुलेटप्रूफ वैन दी जाएगी।
नई दिल्ली [संतोष शर्मा]। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (Indira Gandhi International Airport ) पर आतंकी खतरे को देखते हुए सुरक्षा के इंतजाम और पुख्ता किए जा रहे हैं। एयरपोर्ट पर तैनात केंद्रीय सुरक्षा बल (सीआइएसफ) के कमांडो को जहां बुलेटप्रूफ जैकेट दी जा रही है, वहीं क्विक एक्शन टीम (क्यूआरटी) जवानों को बुलेटप्रूफ वैन दी जाएगी। यह वैन अत्याधुनिक तकनीक से लैस होगी, ताकि दहशतगर्दों की गोली सुरक्षा में तैनात जवानों को छू भी न सके और बेखौफ होकर वह यात्रियों को सुरक्षा मुहैया करा सकें।
यहां बता दें कि आइजीआइ पर आतंकी खतरे का इनपुट अक्सर सुरक्षा एजेंसियों को मिलता रहता है। इसलिए सीआइएसएफ लगातार जवानों को प्रशिक्षित करने के साथ ही सुविधाओं को भी बढ़ा रही है।
इसी कड़ी में एयरपोर्ट यूनिट के करीब 500 जवानों को एयरपोर्ट पर कमांडो के तौर पर तैनात किया गया है। उनकी ड्यूटी एयरपोर्ट के बाहर सिटी साइड और क्यूआरटी इत्यादि में है। बल इन जवानों के लिए 303 नए तरह की बुलेटप्रूफ जैकेट मंगवा रहा है। इसमें 100 जैकेट पहुंच चुकी हैं, जबकि अन्य जैकेट एक हफ्ते के अंदर एयरपोर्ट पहुंचा दी जाएंगी।
मार्च तक पहुंचेंगी बुलेटप्रूफ वैन
क्यूआरटी के लिए सात बुलेटप्रूफ वैन खरीदने की प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई है। मार्च तक इसे क्यूआरटी को सौंप दिया जाएगा। यह वैन अत्याधुनिक तकनीक से लैस होगी, जिसमें लाइट मशीनगन भी लगाई जा सकेगी। एयरपोर्ट पर वर्तमान में कोई भी बुलेटफ्रूफ वाहन नहीं है।
जैकेट की यह होगी खासियत
बुलेटप्रूफ जैकेट हल्की होने के साथ ही पूरे शरीर की सुरक्षा करेगी। जैकेट की दक्षता गुजरात स्थित टे¨स्टग रेंज के अलावा एयरपोर्ट पर ट्यूबलर शूटिंग रेंज में भी जांची गई है। सीआइएसएफ का दावा है कि एके-47 की गोली भी इस जैकेट के पार नहीं निकल पाएगी।