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सीबीएसई व शिक्षा मंत्रालय की छात्रों के साथ वर्चुअल बैठक में अचानक पहुंचे पीएम मोदी, चिंताओं को किया दूर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को एक आश्चर्यजनक कदम के तहत शिक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित सीबीएसई छात्रों के साथ एक सत्र में शामिल हुए। उन्होंने बैठक के दौरान छात्रों के माता-पिता के साथ भी बातचीत की और छात्रों और उनके माता-पिता के मुद्दों और चिंताओं पर उनके साथ बातचीत की।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Thu, 03 Jun 2021 04:30 PM (IST)Updated: Thu, 03 Jun 2021 10:44 PM (IST)
सीबीएसई व शिक्षा मंत्रालय की छात्रों के साथ वर्चुअल बैठक में अचानक पहुंचे पीएम मोदी, चिंताओं को किया दूर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित सीबीएसई छात्रों के साथ एक सत्र में शामिल हुए

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। सीबीएसई की बारहवीं की बोर्ड परीक्षा को रद करने के फैसले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को छात्रों और अभिभावकों के साथ एक वर्चुअल बैठक में अचानक हिस्सा लेकर सबको चौंका दिया। एक मित्र की तरह उनकी राय भी जानी, भविष्य के बारे में भी पूछा और हंसी मजाक भी किया। उन्होंने जानना चाहा कि छात्र परीक्षा रद करने के फैसले को किस तरह से देख रहे है। अचानक से पढ़ाई में आए इस खालीपन को कैसे भरेंगे। इस पर छात्रों ने कहा कि परीक्षा रद करने के फैसला बिल्कुल सही कदम था और इससे उनका तनाव खत्म हो गया है। अब वे प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी को और समय दे सकेंगे। शिक्षा मंत्रालय की ओर से बारहवीं के देश भर के चुनिंदा छात्रों और उनके परिजनों के साथ वर्चुअल बैठक आयोजित की गई थी।

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सीबीएसई व शिक्षा मंत्रालय की छात्रों के साथ वर्चुअल बैठक में अचानक पहुंचे मोदी

बैठक के लगभग बीस मिनट गुजरने के बाद प्रधानमंत्री की एंट्री हुई तो सभी चौंक गए क्योंकि यह कार्यक्रम में शामिल नहीं था। बैठक में अचानक पीएम से पहुंचने से छात्र और अभिभावक भी भौंचक रहे गए। पीएम ने इस दौरान छात्रों और अभिभावकों के साथ परीक्षा सहित पढ़ाई और जीवन से जुड़े दूसरे विषयों पर खुलकर चर्चा की। पीएम ने इस दौरान छात्रों से परीक्षा को लेकर पैदा होने वाली टेंशन पर भी चर्चा हुई है। साथ ही छात्रों को सलाह की, कि पढ़ाई को लेकर टेंशन लेना ठीक नहीं है। पीएम ने इस दौरान छात्रों के रुख को भी सराहा और कहा कि देश के लिए यह अच्छी बात है कि देश के युवा सकारात्मकता के साथ आगे बढ़ रहा है।

छात्रों व अभिभावकों से परीक्षा रद होने से जुड़े पूछे सवाल

छात्रों को टीम भावना का भी मंत्र दिया और कहा कि यह देश के लिए एक बड़ी ताकत है। मिलकर और एकजुट होकर आगे बढ़ना है। तब हंसी का गुब्बारा फूट पड़ा जब प्रधानमंत्री ने छात्रों से कहा कि परीक्षा को लेकर तनाव तो नहीं था। एक छात्र ने कहा कि उसे तनाव था तो प्रधानमंत्री ने कहा- अरे भाई तब तो मेरी परीक्षा वारियर किताब लिखना बेकार हो गया।

इस दौरान छात्रों और अभिभावकों ने परीक्षा रद करने का समर्थन किया और कहा कि हमारे लिए पहले अपने को बचाने की जरूरत है। ज्ञान है, तो वह आगे भी काम आएगा। वैसे भी यह जिंदगी की कोई अंतिम परीक्षा नहीं है। अभिभावकों ने भी पीएम से परीक्षा रद करने के फैसले की जमकर तारीफ की। पीएम ने इस दौरान छात्रों से मास्क लगाने को लेकर सवाल किया। जिस पर छात्रों ने जरूरी बताते हुए दूसरे लोगों को भी जागरूक करने की जानकारी दी।

शाहरुख से मिलकर भी उतना अच्छा नहीं लगा जितना आपसे

छात्रों और अभिभावकों के साथ पीएम की वर्चुअल चर्चा में एक अभिभावक ने पीएम से मुखातिब होते हुए कहा कि आपसे मिलना, शाहरुख खान से मिलने से भी ज्यादा अच्छा लग रहा है। इस पर पीएम मुस्कराए। अभिभावक ने इस दौरान पीएम के परीक्षा रद करने के फैसले को सही बताया। और कहा कि वैसे भी उन्हें उम्मीद है, आप जो करेंगे, वह अच्छा ही होगा। एक अभिभावक ने अनुच्छेद 370 रद करने की प्रशंसा की तो पीएम ने उन्हें रोकते हुए कहा, आज केवल परीक्षा पर चर्चा करें।

12वीं की परीक्षा रद करने का फैसला छात्र हित में : मोदी

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा था कि उनकी सरकार द्वारा इस साल सीबीएसई की 12वीं की बोर्ड परीक्षा रद करने का निर्णय एक व्यापक परामर्श प्रक्रिया के बाद लिया गया और यह छात्रों के हित में सबसे अच्छा कदम है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को देश भर से कई तरह के फीडबैक मिले उन्हीं के आधार पर यह छात्र-हितैषी निर्णय लिया गया। 

उल्लेखनीय है कोरोना के कारण सीबीएसई की 12वीं की बोर्ड परीक्षा रद करने के केंद्र के फैसले के बाद, गुजरात, मध्य प्रदेश और उत्तराखंड सहित कई राज्यों ने बुधवार को अपनी बोर्ड परीक्षाएं रद कर दीं, जबकि कुछ अन्य ने कहा कि वे जल्द ही निर्णय लेंगे। फैसले की सराहना करते हुए पीएम मोदी ने कई ट्वीट का जवाब देते हुए कहा कि छात्रों का स्वास्थ्य और कल्याण हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि यह छात्रों के लिए एक अराजक वर्ष रहा है। वे अपने घरों तक सीमित रहे और दोस्तों के साथ कम समय बिताया। 

छात्रों का साथ देने के लिए पीएम ने शिक्षकों की सराहना की

उन्होंने एक ट्वीट का जवाब देते हुए कहा कि जैसा कि आपने कहा, मौजूदा समय में यह सबसे अच्छा और छात्र हितैषी फैसला था। एक शिक्षक की पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए पीएम ने कहा कि शिक्षण समुदाय ने पिछले एक साल में उत्कृष्ट भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि मैं छात्रों का समर्थन करने के लिए सभी शिक्षकों की सराहना करना चाहता हूं और यह सुनिश्चित करना चाहता हूं कि शिक्षा यात्रा नए माहौल में भी जारी रहे।


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