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इंडिगो एयरलाइंस के विमान को पुणे से दिल्ली तक 'यात्री' ने उड़ाया, जानिए वो कारण

आइजीआइ एयरपोर्ट पर घने कोहरे के कारण दृश्यता कम होने के चलते पुणे से दिल्ली आ रहे इंडिगो एयरलाइंस के विमान को उड़ाने की जिम्मेदारी उसमें बैठे एक यात्री को सौंपी गई।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Mon, 02 Dec 2019 11:52 PM (IST)Updated: Mon, 02 Dec 2019 11:52 PM (IST)
इंडिगो एयरलाइंस के विमान को पुणे से दिल्ली तक 'यात्री' ने उड़ाया, जानिए वो कारण
इंडिगो एयरलाइंस के विमान को पुणे से दिल्ली तक 'यात्री' ने उड़ाया, जानिए वो कारण

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। आइजीआइ एयरपोर्ट पर घने कोहरे के कारण दृश्यता कम होने के चलते पुणे से दिल्ली आ रहे इंडिगो एयरलाइंस के विमान को उड़ाने की जिम्मेदारी उसमें बैठे एक 'यात्री' को सौंपी गई। चूंकि कोहरे के बीच विमान की लैंडिंग कराने के लिए पायलट का कैट-3बी प्रशिक्षित होना जरूरी है, लेकिन विमान का पायलट इस विशेष तकनीक से प्रशिक्षित नहीं था। ऐसे में उसमें यात्री के रूप में सवार कैप्टन पुणे से दिल्ली तक विमान को उड़ा कर लाए।

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एयरपोर्ट अधिकारी के मुताबिक, शनिवार की सुबह 7.30 बजे इंडिगो एयरलाइंस की उड़ान संख्या 6ई-6571 को पुणे से दिल्ली के लिए उड़ान भरनी थी। इसी दौरान पुणे एयरपोर्ट पर विमान के उड़ान से पूर्व प्रबंधन को आइजीआइ एयरपोर्ट पर सीजन का पहला कोहरा फैलने की सूचना मिली। कोहरे के कारण एयरपोर्ट पर दृश्यता काफी कम थी।

इस स्थिति में नियम के मुताबिक, कैट-3बी से प्रशिक्षित पायलट ही विमान को रनवे पर उतार सकता है। लेकिन उक्त उड़ान के पायलट इससे प्रशिक्षित नहीं थे। लिहाजा इसी विमान से ड्यूटी समाप्त कर वापस लौट रहे इंडिगो एयरलाइंस के ही कैट-3बी से प्रशिक्षित कैप्टन को विमान उड़ाने की जिम्मेदारी दी गई। इसके बाद विमान को सुबह करीब 9.10 बजे आइजीआइ एयरपोर्ट पर सुरक्षित उतारा गया।

एयरलाइंस प्रवक्ता के मुताबिक, उड़ान में देरी के कारण यात्रियों की परेशानी होती। इसके मद्देनजर एयरलाइंस ने ऐसा निर्णय लिया था। इस उड़ान के लिए सारी औपचारिकताएं पूरी की गई थीं। यात्री के रूप में विमान में बैठे पायलट को सीधे कॉकपिट में प्रवेश नहीं दिया गया था। पहले ब्रीथ एनेलाइजर समेत उनके सभी अनिवार्य जांच किए गए, जिससे विमान उड़ाने से पहले नियमित पायलट को गुजरना पड़ता है। विमान के कैप्टन के बदलने के लिए सभी तरह की आंतरिक मंजूरियां ली गई थीं और उनका नाम रोस्टर में भी शामिल कराया गया था।


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