Auto Expo 2020: वाहन से छेड़छाड़ करते ही मोबाइल फोन पर आएगा अलर्ट
Auto Expo 2020 एक कंपनी ने ऐसे इलेक्टिक स्कूटी व बाइक बनाए हैं जिनको मोबाइल पर सॉफ्टवेयर की मदद से कंट्रोल किया जा सकता है।
ग्रेटर नोएडा [चंद्रशेखर वर्मा]। कोई पास में जाने की बात कह स्कूटी ले जाता है और बहुत देर बाद आता है। ऐसे में लाजमी है कि चिंता होने लगती है। कोई चोरी की नियत से बाइक या स्कूटी में छेड़छाड़ करे तो परेशानी हो जाती है। इनका समाधान निकालकर लाई है दोपहिया वाहन निर्माता कंपनी इवे। कंपनी ने ऐसे इलेक्टिक स्कूटी व बाइक बनाए हैं, जिनको मोबाइल पर सॉफ्टवेयर की मदद से कंट्रोल किया जा सकता है। स्कूटी व बाइक की दूरी को फिक्स किया जा सकता है। किसी के स्कूटी मांगने पर तय किलोमीटर से अधिक नहीं जा सकेगी। वहीं, इन दोपहिया वाहनों से छेड़छाड़ करने पर अलर्ट का संदेश मोबाइल पर पहुंच जाएगा। ऑटो एक्सपो में कंपनी ने फोरेस्टी स्कूटी व टेसोरो बाइक को प्रदर्शित किया।
इवे के सह-संस्थापक एवं निदेशक हर्षवर्धन ने बताया कि ऑटोमोबाइल सेक्टर में प्रतिस्पर्धा के इस दौर में नवाचार के जरिये ही खुद को बनाए रह सकते हैं। इसके लिए दोपहिया वाहन में डिजाइन के साथ नई तकनीक पर खासा ध्यान दिया गया है। इनमें अधिक ऊर्जा के लिए लीथियम आइन बैटरी का इस्तेमाल किया गया है। बैटरी को चार्ज करने के लिए निकालकर कहीं भी ले जाया जा सकता है। इसके साथ ही इन दोपहिया को स्मार्ट फोन से भी संचालित किया जा सकता है। इससे कभी भी इंजन को बंद किया जा सकता है। दोपहिया वाहन से छेड़खानी होने पर मोबाइल पर अलर्ट संदेश आ जाएगा। वाहनों की सर्विस से लेकर बैटरी की खपत, किलोमीटर सबका पता मोबाइल पर सॉफ्टवेयर की मदद से लग जाएगा। बाइक की बात करें तो यह एक बार चार्ज होने पर 120 किलोमीटर तक चलती है। इसकी टॉप स्पीड करीब 100 किमी. प्रति घंटे की है। वहीं, स्कूटी चार्ज होने के बाद 100 किलोमीटर तक चलती है। इसकी टॉप स्पीड 70 किमी. प्रति घंटे की है।
किफायती हैं ये दोपहिया
इनको पूरा चार्ज होने में तीन से साढ़े तीन घंटे का समय लगता है। कंपनी का दावा है कि ये दोपहिया 10 रुपये में चार्ज होकर करीब 80 किलोमीटर का सफर तय कर सकती है। इस वर्ष के आखिर तक इनको लांच करने की योजना है।
ड्राप आउट से बने उद्यमी
हर्षवर्धन की उम्र महज 22 वर्ष है। बीकॉम की पढ़ाई बीच में छोड़ने के बाद महज चार महीने पहले उड़ीसा के भुवनेश्वर में यह स्टार्टअप शुरू किया। इतने कम समय में देश के 45 जगहों पर अपनी डीलरशिप शुरू कर चुके हैं। वहीं, अब तक करीब 1200 दोपहिया बेच चुके हैं। वह बताते हैं उनका परिवार पिछले 70 वर्ष से ऑटोमोबाइल क्षेत्र से जुड़ा हुआ हैं। निर्माण क्षेत्र में अपने परिवार की वह पहली पीढ़ी हैं।