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छत्तीसगढ़ के जंगलों में मानवरहित ड्रोन से होगी नक्सलियों की हवाई निगरानी

नक्सलियों की गतिविधियों की निगरानी करने के लिए छत्तीसगढ़ के जंगलों में मानवरहित ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा।

By Arti YadavEdited By: Published: Fri, 21 Sep 2018 11:16 AM (IST)Updated: Fri, 21 Sep 2018 12:24 PM (IST)
छत्तीसगढ़ के जंगलों में मानवरहित ड्रोन से होगी नक्सलियों की हवाई निगरानी
छत्तीसगढ़ के जंगलों में मानवरहित ड्रोन से होगी नक्सलियों की हवाई निगरानी

रायपुर (नईदुनिया)। छत्तीसगढ़ पुलिस अब नक्सलियों की गतिविधियों की निगरानी करने के लिए तगड़ा इंतजाम कर रही है। इसी कड़ी में मानवरहित ड्रोन खरीदने की तैयारियां हो रही है। खबर के मुताबिक अगले छह से सात महीने में नक्सली क्षेत्रों में संदिग्ध ठिकानों की निगरानी ड्रोन के जरिए होगी। पुलिस विभाग हाइटेक ड्रोन की मदद लेकर नक्सलियों के हर एक मूवमेंट को सर्विलांस में रखते हुए आगे की रणनीति तैयार करेगा।

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विभागीय सूत्रों के मुताबिक राज्य शासन को गृह विभाग की ओर से पेश किए गए पुराने बजट में पांच करोड़ रुपये की लागत से मानवरहित ड्रोन खरीदने प्रस्ताव बनाया था। राज्य शासन ने इस प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की। इधर इसके बाद पुलिस विभाग ड्रोन खरीदी के लिए तेजी से जुट गया है। विभागीय सूत्रों के मुताबिक भारत सरकार के अधीन भारत इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड से पुलिस मुख्यालय ने अनुबंध किया है, जहां पांच करोड़ की लागत से ड्रोन तैयार करने की कवायद हो रही है। हालांकि विभागीय अफसर अधिकारिक तौर से कुछ भी नहीं कह रहे लेकिन जिस तरह की तैयारी है अगले छह से आठ महीने में मानवरहित ड्रोन के सहारे बीहड़ के क्षेत्रों में सर्विलांस सिस्टम और मजबूत हो सकेगा।

भेल पर एक नजर

भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड(भेल), भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के अधीन एक सैन्य एवं नागरिक उपकरण एवं संयंत्र निर्माणी है। भारत सरकार द्वारा सैन्य क्षेत्र की विशेष चुनौतीपूर्ण आवश्यकताएं पूरी करने हेतु रक्षा मन्त्रालय के अधीन इसकी स्थापना की गई थी। भाइलि सेना के लिए रडार, सन्चार तन्त्र, नौसैन्य प्रणालियां, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणालियां, दूर संचार, दृश्य-श्रव्य प्रसारण, टैंक इलेक्ट्रॉनिकी, आप्टो इलेक्ट्रॉनिकी, सोलर फोटो वोल्टेइक प्रणालियां तथा अंतत: स्थापित सॉफ्टवेयर आदि अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी आधारित उत्पाद प्रदान करती है।

अभी सीआरपीएफ की मदद

सीआरपीएफ-कोबरा बटालियन के साथ छत्तीसगढ़ पुलिस सुकमा, दंतेवाड़ा, कोंडागांव, बीजापुर और जगदलपुर सहित दक्षिण बस्तर क्षेत्र में विशेष अभियान चला चुकी है। चार हेलीकॉप्टरों और तीन मानव रहित विमानों यूएवी से हवाई मदद मुहैया कराने के इंतजाम करवाए गए। अब राज्य सरकार के पास अपना यूएवी होगा। पूर्व में यूएवी के लिए भिलाई से उड़ान भरने इंतजाम किए गए थे।

हाइटेक कैमरा युक्त होगा यूएवी

बेल द्वारा तैयार किया जाना वाला यूएवी पूरी तरह से हाइटेक होगा। कैमरा, सेटेलाइट कनेक्टिविटी के जरिए फोर्स जंगल के ऊपर हवाई निगरानी रखेगी। साफ मौसम में नक्सलियों की गतिविधियों का पता चल सकेगा।


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