अबूझमाड़ में नक्सलियों ने एक परिवार को गांव से भगाया, मुखबिरी का लगाया आरोप
पीड़ित परिवार के मुखिया निवरूराम गोटा ने बताया कि नक्सलियों द्वारा पिछले कुछ माह से परेशान किया जा रहा था।
नारायणपुर, जेएनएन। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित अबूझमाड़ के जाटलूर गांव में नक्सलियों ने एक परिवार को पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाकर गांव से भगा दिया है। पीड़ित परिवार ने जिला मुख्यालय के नयापारा में शरण ली है। नक्सलियों ने जन अदालत लगाकर परिवार के मुखिया पर आरोप लगाया कि वह पुलिस विभाग में कार्यरत भाई को नक्सली संगठन की खबर पहुंचाता है।
पीड़ित परिवार के मुखिया निवरूराम गोटा ने बताया कि नक्सलियों द्वारा पिछले कुछ माह से परेशान किया जा रहा था। गांव में जब भी नक्सली आते तो वे पुलिस के लिए मुखबिरी करने की बात कहकर प्रताड़ित करते थे। नक्सलियों ने गांव नहीं छोड़ने पर मौत के घाट उतारने की धमकी दी। इसके बाद वे पूरे परिवार के साथ भाग आए हैं।
उन्होंने बताया कि उनका भाई पुलिस विभाग में है। नक्सलियों द्वारा नौकरी छुड़वाकर उसको गांव वापस बुलाने का दबाव बनाया जा रहा था। नक्सलियों का कहा नहीं मानने पर जन अदालत लगाकर जान से मारने की धमकी दी गई थी। उन्होंने बताया कि वह खेत में खड़ी फसल के साथ मकान, गाय-बैल, कपड़े, बर्तन समेत अन्य सामान छोड़कर आए हैं।
नक्सलियों को करारा जवाब देने की तैयारी में है फोर्स
वहीं, दूसरी ओर छत्तीसगढ़ के बस्तर में बरसात में फोर्स का मूवमेंट कम होते ही नक्सली फिर से अपना दबदबा कायम करने की फिराक में हैं। बीते एक सप्ताह में उन्होंने कई लोगों की हत्याएं कर दी हैं। इनमें कुछ ग्रामीणों व पुलिस वाले भी शामिल हैं। इसे देखते हुए फोर्स ने भी उन्हें सबक सिखाने की तैयारी कर ली है।
नए सिरे से बनाई जाए रणनीति
डीजीपी डीएम अवस्थी ने बस्तर के पुलिस अधिकारियों की खिंचाई करते हुए कहा है कि नक्सलियों के खिलाफ नए सिरे से रणनीति बनाई जाए। उधर, दो दिन में दंतेवाड़ा व बीजापुर जिलों में चार ग्रामीणों की हत्या के बाद एडीजी (नक्सल ऑपरेशन) अशोक जुनेजा शनिवार को बीजापुर पहुंचे। वह पदभार ग्रहण करने के छह महीने बाद पहली बार बीजापुर पहुंचे हैं। इससे बस्तर में नक्सलियों के खिलाफ अभियान तेज होने की संभावना जताई जा रही है।