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छत्तीसगढ़ में नक्सलियों का सीआइएसएफ जवानों पर पत्थरों से हमला, मोबाइल छीनकर भाग गए

नक्सली जवानों से वॉकी-टॉकी और मोबाइल मांग रहे थे। विरोध करने पर पत्थरों से हमला बोला और लूटकर भाग गए।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sat, 27 Jun 2020 08:48 PM (IST)Updated: Sat, 27 Jun 2020 08:48 PM (IST)
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों का सीआइएसएफ जवानों पर पत्थरों से हमला, मोबाइल छीनकर भाग गए
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों का सीआइएसएफ जवानों पर पत्थरों से हमला, मोबाइल छीनकर भाग गए

दंतेवाड़ा, राज्य ब्यूरो। बचेली के लौह अयस्क खदान (एनएमडीसी) की रखवाली में तैनात सीआइएसएफ जवानों पर नक्सलियों ने शनिवार सुबह हमला बोल दिया। झड़प में एक जवान के सिर पर चोट आई। जवानों की वॉकी-टॉकी और मोबाइल छीनकर ग्रामीणों की वेशभूषा में पहुंचे नक्सली भाग गए।

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तीर-धनुष के साथ दर्जनभर नक्सलियों ने सीआइएसएफ जवानों पर किया हमला

रोजाना की तरह शनिवार सुबह आकाश नगर खनन क्षेत्र में सीआइएसएफ के एएसआइ मोहनलाल चौहान और जवान विजय कुमार और अन्य पेट्रोलिंग पर निकले थे। थे। छह बजे तीर-धनुष के साथ पहुंचे दर्जनभर नक्सलियों ने जवानों पर हमला कर दिया। नक्सली जवानों से वॉकी-टॉकी और मोबाइल मांग रहे थे। विरोध करने पर पत्थरों से हमला बोला और लूटकर भाग गए।

लूटे गए मोबाइल को ट्रेस किया जा रहा है

एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने घटना पुष्टि करते हुए बताया कि लूटे गए मोबाइल को ट्रेस किया जा रहा है।

निहत्थे करते हैं ड्यूटी जवान

निहत्थे ही पेट्रोलिंग के लिए निकलते हैं। दरअसल, करीब छह-सात साल पहले जवानों पर हमला कर नक्सली हथियार लूट ले गए थे। इसके बाद काफी विस्तृत खनन क्षेत्र के कुछ इलाकों में तैनात जवानों को हथियार नहीं दिए जाते। शनिवार सुबह घटना के समय 100 से अधिक जवान पेट्रोलिंग के लिए निकले थे परंतु दूर-दूर फैले हुए थे। इस बारे में सीआइएसएफ के अधिकारी ने कुछ भी कहने से इन्कार कर दिया है।

बस्तर पुलिस ने जारी की मोस्ट वांटेड नक्सलियों की सूची

- सूची में चार नक्सली नेता एक करोड़ के इनामी, जनता से मांगा सहयोग

- सूचनाकर्ता का नाम-पता रखेंगे गोपनीय, इनामी की राशि भी देंगे

बीते पांच दशक से बस्तर में शांति व विकास के लिए चुनौती बने नक्सली संगठन को कमजोर करने की कवायद के तहत बस्तर पुलिस ने दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी (डीकेएसजेडसी) समेत अन्य कैडर के मोस्ट वांटेड नक्सलियों की सचित्र सूची जारी की है। आइजी बस्तर ने आम जनता को आश्वस्त किया है कि इन नक्सलियों के बारे में किसी भी प्रकार की सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम व पता गोपनीय रखा जाएगा। नक्सली पर घोषित इनाम की राशि भी सूचनाकर्ता को प्रदान की जाएगी।

राज्य गठन के बाद नक्सल हिंसा में एक हजार 800 से अधिक लोग मारे गए

आइजी बस्तर सुंदरराज पी ने बताया कि नक्सलियों द्वारा अब तक कई हिंसात्मक घटनाओं को अंजाम दिया गया है। राज्य गठन के पश्चात अब तक नक्सल हिंसा में एक हजार 800 से अधिक लोग मारे गए हैं। करोड़ों रुपये की शासकीय व निजी सम्पत्ति की क्षति हुई है। आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, ओडिशा, महाराष्ट्र समेत अन्य राज्यों के शीर्ष नक्सलियों के सक्रिय होने की खबरें भी आती रहती हैं। उन्होंने कहा कि बस्तर क्षेत्र को नक्सल आतंक से मुक्त करने के लिए नक्सलियों के शीर्ष नेतृत्व को टारगेट करने की आवश्यकता को महसूस करते हुए बस्तर पुलिस द्वारा उनकी प्रोफाइल तैयार की गई है।

यह खूंखार नक्सली नेता सूची में शामिल

सीपीआइ माओइस्ट महासचिव नम्बाला केशव राव उर्फ गगन्ना, पोलित ब्यूरो मेंबर गणपति, सुदर्शन, वेणुगोपाल उर्फ विवेक (सभी इनामी एक करोड़ रुपये), मल्लाजी रेड्डी उर्फ सायन्ना, अक्की राजू, पुल्लरी राव, बालकृष्णा उर्फ बालन्ना, दीपक तेलतुम्बड़े, गणेश उइके (सभी इनामी 40 लाख), गजराजा रवि, यन्ना नारायणा उर्फ हरिभूषण, सुजाता उर्फ कल्पना, सुजाता उर्फ अन्नूरी, संजीव उर्फ अशोक, माड़वी हिडमा, वेंकटेश उर्फ संतू, रवि उर्फ भास्कर, पावनंदम उर्फ श्याम, रामकृष्णा उर्फ विष्णु, बदरू उर्फ इरा रानू, रघु उर्फ विकास, विनय रेड्डी (सभी इनामी 25 लाख), बारसे देवा, विनोद उर्फ हेमला हुंगा (सभी इनामी 10 लाख)।


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