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तेलंगाना के खम्मम में पुलिस के साथ मुठभेड़ में 1 नक्सली की मौत

तेलंगाना के खम्म में पुलिस के साथ मुठभेड़ में एक नक्सली की मौत हो गई है जबकि 1 फरार गया है। इस दौरान पुलिस ने एक बाइक और हथियार जब्त किए हैं। देवलागुडेम क्षेत्र के बीच पुलिस दल के साथ हुई फायरिंग में इस नक्सली की मौत हुई है।

By Pooja SinghEdited By: Published: Mon, 21 Sep 2020 03:11 PM (IST)Updated: Mon, 21 Sep 2020 03:11 PM (IST)
तेलंगाना के खम्मम में पुलिस के साथ मुठभेड़ में 1 नक्सली की मौत
तेलंगाना के खम्मम में पुलिस के साथ मुठभेड़ में 1 नक्सली की मौत हुई जबकि अन्य फरार हो गया।

हैदराबाद, एएनआइ। तेलंगाना के खम्मम में पुलिस के साथ मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया है। जबकि अन्य फरार हो गया है। पुलिस ने एक बाइक के साथ हथियार बरामद किए हैं। देवलागुडेम क्षेत्र के बीच पुलिस दल के साथ हुई फायरिंग में  इस नक्सली की मौत हुई है। 

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एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, यह घटना आज तड़के लगभग 4.15 बजे हुई जब सीआई गुंडला के नेतृत्व में पुलिस दल डबबागुडेम-देवलागुडम के बीच वाहन चेकिंग कर रहा था। बाइक पर आए दो नक्सलियों ने पुलिस टीम पर गोलीबारी शुरू कर दी, जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी। 

बता दें कि हाल ही में तेलंगाना पुलिस के साथ फायरिंग के दौरान दो माओवादी मारे गए थे। कोनाराम भीम आसिफाबाद जिले में पुलिस के साथ हुई देर रात मुठभेड़ में इन माओवादियों की मौत हो गई थी। उत्तरी तेलंगाना में एक महीने से भी कम समय में पुलिस और नक्सलियों की फायरिंग की यह तीसरी घटना थी।

प्रभारी जिला पुलिस अधीक्षक वी. सत्यनारायण ने बताया कि जिले के कागजनगर मंडल के कदंबा वन क्षेत्र में माओवादियों की मौजूदगी की सूचना के बाद पुलिस के जवानों ने तलाशी अभियान चला रहे थे। उसी दौरान मआोवादी ओपन फायरिंग करने लगे। इस दौरान पुलिस की जबावी कार्रवाई में दो माओवादियों को गोली लग गई। इस घटना में पुलिस की तरफ से कोई भी हताहत नही हुआ है। वहीं मारे गए नक्सलियों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है, लेकिन क्षेत्र के एक शीर्ष माओवादी एम। एडेलु उर्फ ​​भास्कर के भागने की आशंका है। 

बता दें कि एनआईए (NIA) ने जून महीनें में हैदराबाद के रहने वाले और तेलंगाना प्रजा फ्रंट के उपाध्यक्ष 41 वर्षीय नलमासा कृष्णा को गिरफ्तार किया था। आरोप है कि कृष्णा ने माओवादी गतिविधियों को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है। एजेंसी ने कहा था कि जांच से पता चला कि कृष्णा छत्तीसगढ़ के जंगलों में नियमित रूप से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के शीर्ष नेताओं से मिलने जाता था और उनके निर्देशों को वह माद्दीलेती तक पहुंचाता था।  


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