नौसेना प्रमुख बोले, कोरोना से सामरिक साजो सामान को बचाने की जरूरत, मदद के लिए तैयार रहें जवान
नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने जवानों से कहा है कि कोरोना वायरस से जहाजों और पनडुब्बियों जैसे महत्वपूर्ण सामरिक साजो-सामान को वायरस से मुक्त रखने की जरूरत है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने अपने जवानों से कहा है कि जिस तरह कोरोना वायरस दुनियाभर में फैल रहा है, उसे देखते हुए जहाजों और पनडुब्बियों जैसे महत्वपूर्ण सामरिक साजो-सामान को वायरस से मुक्त रखें। इसके अलावा सिंह ने सशस्त्र बल को हिंद महासागर क्षेत्र में अन्य देशों की सहायता के लिए तैयार रहने को भी कहा है।
उन्होंने नौसेना के सभी कर्मियों को एक वीडियो संदेश में कहा कि कोरोना वायरस महामारी अभूतपूर्व है। ऐसा पहले कभी नहीं देखा गया है। इसका प्रभाव भारत सहित दुनियाभर में असाधारण रहा है। इस बीमारी से उत्पन्न खतरा वास्तविक, आसन्न और अभूतपूर्व है। उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस महामारी पर अंकुश लगाने के लिए भारत 14 अप्रैल तक 21 दिनों के लॉकडाउन के तहत है।
सिंह ने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करने के लिए अपने प्रयासों को दोगुना करने की आवश्यकता है कि हमारे कर्मचारी और उनके परिवार सुरक्षित रहें। हमें यह भी सुनिश्चित करना होगा कि हमारी परिचालन संपत्ति विशेषकर जहाज और पनडुब्बियां वायरस से मुक्त रहें। उन्होंने कहा कि जहाजों और पनडुब्बियों पर शारीरिक दूरी का पालन करना बहुत मुश्किल काम है। मैं आपसे हर समय अपने मास्क पहनने का अनुरोध करूंगा।
सिंह ने वायरस से निपटने के लिए नौसेना द्वारा उठाए गए कदमों का भी जिक्र किया, जैसे कि भर्ती को रोकना, स्थानांतरण और नाविकों व अधिकारियों की आवाजाही पर रोक लगाना और प्रशिक्षण सेट अप को बदलना।
नौसेना प्रमुख ने कहा कि यह मुश्किल समय है। आप में से कई लोग अपने परिवारों से अलग हो गए हैं। कुछ कर्मियों के माता-पिता गांवों में हैं और उन्हें मदद की जरूरत है। लेकिन, मैं संतोष के साथ कह सकता हूं कि हमारे कर्मियों और हमारे समुदाय ने इस अवसर पर तेजी से काम किया है। हमारे जहाज और विमान सरकार और नागरिक प्रशासन की मदद करने के लिए स्टैंडबाय पर हैं। हम न केवल अपने देश, बल्कि हिंद महासागर क्षेत्र के देशों और अपने देश के द्वीपीय क्षेत्रों की मदद के लिए भी तैयार हैं।