नई शुरुआत के लिए इस्तीफा देने को तैयार : जेलियांग
नगालैंड के मुख्यमंत्री टीआर जेलियांग ने रविवार को कहा कि तीन अगस्त को किया गया नगा शांति समझौता अंतिम समझौते का सिर्फ फार्मूला है। उन्होंने कहा कि समझौते को लेकर पूर्वोत्तर के राज्यों को अपनी आशंकाएं खत्म करनी चाहिए। जेलियांग ने साथ ही कहा कि नई शुरुआत के लिए वह
नई दिल्ली। नगालैंड के मुख्यमंत्री टीआर जेलियांग ने रविवार को कहा कि तीन अगस्त को किया गया नगा शांति समझौता अंतिम समझौते का सिर्फ फार्मूला है। उन्होंने कहा कि समझौते को लेकर पूर्वोत्तर के राज्यों को अपनी आशंकाएं खत्म करनी चाहिए। जेलियांग ने साथ ही कहा कि नई शुरुआत के लिए वह और अन्य सदस्य विधानसभा से त्यागपत्र देने को तैयार हैं।
उन्होंने विश्वास जताया कि केंद्र और एनएससीएन (आइएम) में समझौते के बाद अन्य विद्रोही गुट भी वार्ता की मेज पर आएंगे। जेलियांग ने बताया कि 16 सदस्यीय नगा प्रतिनिधिमंडल अन्य नगा विद्रोही गुट के नेता एसएस खापलांग से म्यांमार में मुलाकात करेगा। एनएससीएन (के) वार्ता विरोधी है।
जेलियांग ने कहा कि यदि नगा लोगों के लिए स्वीकार्य और सम्मानजनक हल निकलता है तो वह और नगालैंड विधानसभा सभी सदस्य इस्तीफा देने को तैयार हैं। यह संकेत महत्वपूर्ण है क्योंकि इस क्षेत्र का इतिहास रहा है कि समझौते के बाद विद्रोही गुट राजनीति की मुख्यधारा में शामिल हो जाता है। यहां तक कि वह सत्ता भी संभाल लेता है।
नगालैंड के मुख्यमंत्री ने कहा कि नगा राजनीतिक समस्या को भारत सरकार और नगा लोगों के बीच सत्ता की साझेदारी ने जरिये हल किया जाएगा। जेलियांग ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की थी।
जेलियांग ने कहा कि समझौते से गैर नगाओं पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। इससे पूर्वोत्तर की समस्या हल होगी। उन्होंने कहा कि इस संबंध में वह क्षेत्र के अन्य मुख्यमंत्रियों से बातचीत करेंगे। समझौते के फार्मूला के मुख्य पहलुओं का उल्लेख करते हुए जेलियांग ने कहा कि नगा लोगों की पारंपरिक प्रणाली और भूमि स्वामित्व की व्यवस्था का केंद्र आदर करेगा। इसे पूरे पूर्वोत्तर में रह रहे नगाओं के क्षेत्रों में लागू किया जाएगा। इसमें असम, मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश शामिल हैं। नगा मसला केवल नगालैंड तक सीमित नहीं है।