Article 370 के समर्थन में उतरे मुसलमान, इमरान पर बरसाए जूते-चप्पल; निकाला जनाजा
Article 370 मुसलमानों ने यहां पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इमरान खान का जनाजा निकाला और कहा देश के लिए जान दे देगा हिंदुस्तानी मुसलमान।
रायपुर, जेएनएन। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 (Article 370) हटाए जाने से बौखलाया हुआ पाकिस्तान भारत समेत पूरी दुनिया के मुसलमानों को भड़काने पर लगा है। पाकिस्तान लगातार कश्मीर समेत पूरे भारत में मुस्लिमों पर अत्याचार की झूठी खबरें फैला रहा है। वहीं देश के मुसलमानों ने पाकिस्तान की इस नापाक हरकत का मुंह तोड़ जवाब दिया है। पाकिस्तान की हरकतों से नाराज मुसलमानों ने इमरान खान का जनाजा निकाला।
मुस्लिमों ने एक सुर में कहा कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है फिर भी पाकिस्तान की नापाक नजर इस पर टिकी हुई है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान भारत के इस कदम से इस कदर बौखलाए हुए हैं कि कभी तो भारत के खिलाफ जंग की धमकी दे रहे हैं तो कभी मजहबी चाल चलकर हिन्दुस्तान के मुसलमानों को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। इमरान खान की इस नापाक करतूत को लेकर पूरे देश के मुसलमानों में गुस्सा है।
बुधवार को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में मुस्लिम समुदाय के लोगों के बीच इमरान खान के प्रति गुस्सा और आक्रोश नजर आया। हिन्दुस्तानी मुस्लमानों को भरकाने से नाराज मुस्लिमों ने इमरान खान का जनाजा निकाला और उसके नाम पर मुर्दाबाद के नारे लगाए। उन्होंने कहा, हिन्दुस्तान के मुसलमान अपने वतन के वफादार हैं और वतनपरस्ती की राह पर जान भी देने को तैयार हैं।
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के सह संयोजक डॉ सलीम राज के नेतृत्व में बुधवार को शहर में इमरान खान का जनाजा निकाला गया। 'इमरान खान मुर्दाबाद" के नारों से गूंजता हुआ यह जुलूस जयस्तंभ चौक पहुंचा जहां एक आम सभा में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री को स्थानीय मुस्लिम समुदाय के लोगों ने जमकर कोसा। इसके साथ ही पाकिस्तान को यह चेतावनी दी गई है कि '370 तो झांकी है, पीओके को वापस हासिल करना अभी बाकी है।"
डॉ सलीम राज ने इस मौके पर कहा कि हिन्दुस्तान के मुसलमान अपने वतन से बेइंतहां प्यार करते हैं और उन्हें पाकिस्तान की रहनुमाई की कोई जरूरत नहीं है। पाकिस्तान हमारे देश की ओर झांकना बंद करे और अपनी कौम की भलाई के लिए काम करे। अगर हमारी ओर गलत निगाह उठाई तो पाकिस्तान अपनी तबाही का जिम्मेदार खुद होगा।
इस प्रदर्शन के मौके पर युनुस कुरैशी, रिहाना खान, हामिद मंसुरी, निजाम शेख, सय्यद रजा, अशरफ मेमन, गुलाम गौस खान, शब्बीर, अब्दुल समद, अब्दुल हाफिज, फरहत खान, हामिद, अकरम, याकूब गनी, इमाम खान, तफज्जुल हुसैन, शादिक अली, शकील खान, रिजवान सहित बड़ी तादात में शहर के मुस्लिम समाज के लोग मौजूद थे।