नगरपालिका की करतूत के विरोध में शख्स ने दुकान को बना दिया शौचालय, जानें पूरी कहानी
होशंगाबाद जिले के इटारसी में नगर पालिका कार्यालय के नीचे बनी दुकानों में शौचालय का ही गंदा पानी छह साल से जमा हो रहा है। दुकानदार शिकायतें कर थक चुके थे लेकिन अफसरों के कानों में जूं तक नहीं रेंगी। दुकानदार अमित कापरे ने विरोध का अनूठा तरीका अपनाया।
अरविंद शर्मा, इटारसी। 'हो गई है पीर पर्वत--सी पिघलनी चाहिए, इस हिमालय से कोई गंगा निकलनी चाहिए। सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं, मेरी कोशिश है कि ये सूरत बदलनी चाहिए।' दुष्यंत कुमार की ये पंक्तियां उस दुकानदार की व्यथा और उसके विरोध प्रदर्शन पर सटीक बैठती हैं, जिस दुकान के भरोसे वो परिवार पालता है उसकी छत से छह साल से मल-मूत्र रिस रहा है। दुर्गध का आलम यह है कि दुकान में बैठना तो दूर, ग्राहक का खड़ा होना भी दूभर है। व्यवस्था को दुरुस्त करने वालों से मिन्नतें करते--करते जब वह थक गया तो दुकान को ही शौचालय बनाने की मुनादी कर दी।
शौचालय का उपयोग करने के लिए साउंड सिस्टम से करने लगा आमंत्रित
होशंगाबाद जिले के इटारसी में नगर पालिका कार्यालय के नीचे बनी दुकानों में नगरपालिका के शौचालय का ही गंदा पानी छह साल से जमा हो रहा है। दुकानदार तमाम शिकायतें कर थक चुके थे, लेकिन नगरपालिका अफसरों के कानों में जूं तक नहीं रेंगी। आखिरकार दुकानदार अमित कापरे ने विरोध का अनूठा तरीका अपनाया। सोमवार सुबह दुकान खोली, शौचालय का सामान रखा, गैंती चलाकर अपनी दुकान में सार्वजनिक शौचालय का सांकेतिक शुभारंभ कर दिया। यही नहीं दुकान पर शौचालय का फ्लैक्स टांगकर साउंड सिस्टम से नगरपालिका अधिकारियों को शौचालय का उपयोग करने के लिए संगीतमय ढंग से आमंत्रित भी करने लगे। यह नायाब तरीका थोड़ी देर में पूरे शहर में चर्चा का विषय बन गया। आनन-फानन में नपा अधिकारी आए और कार्यालय का शौचालय जल्द ठीक करवाने का आश्वासन दिया।
छह साल में सुनवाई नहीं
कापरे ने कहा-, यह अकेले उनकी नहीं, पूरे मार्केट की समस्या है। बारिश में पूरी गली में पानी भर जाता है। ओवरफ्लो नालियों का गंदा पानी दुकानों तक पहुंचता है। नपा कार्यालय के शौचालय की पाइप लाइन वर्षों से फूटी है। स्वच्छता एप पर भी आधा दर्जन बार शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। मजबूरी में प्रदर्शन का यह तरीका अपनाना पड़ा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जहां पूरे देश में स्व्चछता अभियान चला रहे हैं, वहीं शहर की सबसे जिम्मेदार इकाई ही अपने मुंह पर कालिख पोतकर बैठी है। ऐसी नगर पालिका जो अपना शौचालय बरसों में ठीक नहीं कर पाई, वह शहर को स्वच्छ बनाने में किस हद तक गंभीर होगी, इसका अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है।
सीएमओ हेमेश्वरी पटले ने कहा कि जल्द ही नगरपालिका के शौचालय का टूटा हुआ पाइप एवं लीकेज बंद कराया जाएगा। अधिकारियों को निर्देश दे दिए हैं। उस जगह के आसपास कीटनाशक दवा का छि़ड़काव भी कराया जाएगा।