सड़क हादसे में घायल होने के बाद भी बाबू ने रिश्वत नहीं छोड़ी, जानें पूरा मामला
भिंड के मौ में पदस्थ नायब तहसीलदार का बाबू श्रीकृष्ण बौहरे बुधवार सुबह सिटी सेंटर में 20 हजार रुपये रिश्वत लेते पकड़ा गया। वसीयत में अमल कराने के नाम पर यह रिश्वत ली जा रही थी कुल 30 हजार में सौदा तय हुआ था।
ग्वालियर, राज्य ब्यूरो। भिंड के मौ में पदस्थ नायब तहसीलदार का बाबू श्रीकृष्ण बौहरे बुधवार सुबह सिटी सेंटर में 20 हजार रुपये रिश्वत लेते पकड़ा गया। लोकायुक्त टीम ने आरोपित को रंगे हाथ गिरफ्तार किया। वसीयत में अमल कराने के नाम पर यह रिश्वत ली जा रही थी, कुल 30 हजार में सौदा तय हुआ था। 10 हजार रुपये बाद में और देना थे। श्रीकृष्ण ग्वालियर में ही रहता है। लोकायुक्त की यह कार्रवाई मंगलवार को होना थी, लेकिन मौ से ग्वालियर लौटते समय श्रीकृष्ण सड़क हादसे में घायल हो गया। इसके बाद भी उसने बुधवार को फरियादी हरि सिंह राणा को सिटी सेंटर के जीवन ज्योति अस्पताल के पास रिश्वत लेने के लिए बुला ही लिया।
वसीयत पर अमल कराने के नाम पर ली जा रही थी रिश्वत
एसपी लोकायुक्त संजीव सिन्हा ने बताया कि हरि सिंह के पिता ने वसीयत में संपत्ति उनके बेटों के नाम की गई थी। यह संपत्ति मौ जिला भिंड में है। इस पर हरि सिंह के भाई को आपत्ति थी। मामला सिविल कोर्ट में पहुंचा और निर्णय भी हरि सिंह के पक्ष में हुआ। वसीयत के आधार पर राजस्व में अमल होना था, इसी बात के मौ में पदस्थ बाबू श्रीकृष्ण बौहरे 30 हजार रुपये मांग रहा था। हरि सिंह ने लोकायुक्त टीम से संपर्क किया और फिर पूरी तैयारी अधिकारियों ने की। मंगलवार को ही यह रिश्वत श्रीकृष्ण मांग रहा था, लेकिन दुर्घटना होने के कारण मामला टल गया। घायल होने के बाद भी बाबू बाज नहीं आया और रिश्वत लेने हरिसिंह को अगले दिन बुला लिया।