मप्र में कोरोना वैक्सीनेशन के लिए 5835 पदों पर शुरू की संविदा भर्ती, आनें कब तक करना होगा ऑनलाइन आवेदन
मध्य प्रदेश में कोरोना वैक्सीनेशन (टीकाकरण) की तैयारियां तेज हो गई हैं। इसके लिए कर्मचारियों की जरूरत को देखते हुए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) ने संविदा के आधार पर महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता लैब टेक्नीशियन और स्टाफ नर्स के 5835 पदों पर भर्ती शुरू कर दी है।
भोपाल, राज्य ब्यूरो। मध्य प्रदेश में कोरोना वैक्सीनेशन (टीकाकरण) की तैयारियां तेज हो गई हैं। इसके लिए कर्मचारियों की जरूरत को देखते हुए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) ने संविदा के आधार पर महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता, लैब टेक्नीशियन और स्टाफ नर्स के 5835 पदों पर भर्ती शुरू कर दी है। इन कर्मचारियों को अभी 31 मार्च 2021 तक सेवा में रखा जाएगा। इसके बाद इसे बढ़ाने पर भी विचार किया जाएगा। ये पद आरक्षण नियमों के तहत भरे जाएंगे और कर्मचारियों को अलग- अलग श्रेणी में 12 से 20 हजार रुपये महीना मानदेय दिया जाएगा। मिशन 28 दिसंबर से ऑनलाइन आवेदन लेना शुरू करेगा। सभी पदों के लिए आयु सीमा 21 से 40 साल है।
28 दिसंबर तक करना होगा ऑनलाइन आवेदन
प्रदेश में कोरोना वैक्सीन का परीक्षण चल रहा है। इसकी सफलता के बाद वैक्सीनेशन का काम शुरू होगा। केंद्र सरकार दो माह पहले वैक्सीनेशन के लिए पूरी तैयारी रखने के निर्देश दे चुकी है। जिसे देखते हुए संविदा महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता के 2551 पद मंजूर किए गए हैं। इन्हें 12 हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय दिया जाएगा। ऐसे ही स्टॉफ नर्स के 2664 पद मंजूर किए गए हैं, इन्हें 20 हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय मिलेगा। 620 पदों पर लैब टेक्नीशियन की भर्ती होगी, जिन्हें 15 हजार रुपये मानदेय दिया जाएगा।
ओबीसी के लिए 27 फीसद पद
मिशन ने अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के अभ्यर्थियों के लिए 27 फीसद पद आरक्षित किए हैं। इनमें से 13 फीसद पद न्यायालय का निर्णय आने तक आरक्षित रखे जाएंगे। दरअसल, कमल नाथ सरकार ने ओबीसी के लिए आरक्षण 14 से बढ़ाकर 27 फीसद किया था। यह मामला हाई कोर्ट में विचाराधीन है। इस कारण अभी लैब टेक्नीशियन के 80, स्टॉफ नर्स के 346 और महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता के 332 पदों पर भर्ती की कार्यवाही पूरी नहीं की जाएगी। कोर्ट का फैसला आने के बाद उन अभ्यर्थियों को नियुक्ति का मौका मिलेगा, जो भर्ती प्रक्रिया में शामिल हुए हों और पात्रता हासिल की हो।
सावधानी से भरें आवेदन
मिशन ने साफ कहा है कि तय तारीख के बाद आने वाले आवेदनों को मान्य नहीं किया जाएगा। वहीं निर्धारित प्रारूप में आवेदन नहीं आए, तो उन्हें भी निरस्त कर दिया जाएगा।