मध्य प्रदेश : किसान महापंचायत में बोले टिकैत, किसान कानून वापस लिए जाने तक जारी रहेगा आंदोलन
टिकैत ने आगामी 13 मार्च को बंगाल जाने का ऐलान करते हुए कहा कि वहां का चुनाव बेहद खास है। उन्होंने यह भी कहा कि नगरीय निकाय चुनावों में भाजपा नेताओं को देखना है। वोट मांगने और कृषि कानून के बारे में कुछ बताने पहुंचें तो उन्हें छोड़ना नहीं है।
ग्वालियर, जेएनएन। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि किसान कानून वापस लिए जाने तक किसी भी सूरत में आंदोलन समाप्त नहीं होगा। वे सोमवार को केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के संसदीय क्षेत्र मुरैना के श्योपुर में जैदा कृषि मंडी परिसर में किसान महापंचायत को संबोधित कर रहे थे। हालांकि महापंचायत से माहौल नहीं बन पाने से वे नाखुश नजर आए। इसका जिक्र भी उन्होंने मंच से किया। पंचायत में सीमावर्ती राज्य राजस्थान से भी किसान पहुंचे थे। किसी गड़बड़ी की आशंका से प्रशासन काफी सख्त नजर आया, इसे लेकर उन्होंने कहा कि आने वाले समय में कभी भी पंचायत करोगे तो सरकार से अनुमति की जरूरत नहीं है। जब आप अपने शहर में बैरिकेड्स नहीं तोड़ोगे तो दिल्ली में कैसे तोड़ पाओगे।
13 को बंगाल जाने का किया एलान
टिकैत ने आगामी 13 मार्च को बंगाल जाने का ऐलान करते हुए कहा कि वहां का चुनाव बेहद खास है। उन्होंने यह भी कहा कि नगरीय निकाय चुनावों में भाजपा नेताओं को देखना है। वोट मांगने और कृषि कानून के बारे में कुछ बताने पहुंचें तो उन्हें छोड़ना नहीं है। रोजगार बचाने की लड़ रहे लड़ाई : चढूनी महापंचायत में किसान आंदोलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि भीड़ इकट्ठी करने से कानून बदले या नहीं बदले लेकिन सरकारें जरूर बदल जाती हैं। हम अपना रोजगार बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। हम किसी का अधिकार नहीं छीन रहे। हमें लूटा जा रहा है।